कोरोना का कहर: मौतों के मामले में तीसरे नंबर पर पहुंचा भारत, 62635 ने गंवाई जान
- महामारी कोरोना वायरस से भारत में मरने वालों की संख्या 62635 हो गई है
- भयावह लिस्ट पर नजर डालें तो यह संख्या दुनिया में किसी एक देश में मौतों के मामले में तीसरे नंबर पर है
- अमेरिका में कोरोना के कारण एक लाख 85 हजार लोगों की जान जा चुकी है, दूसरे नंबर पर फिलहाल ब्राजील है
नई दिल्ली
कोरोना के कुल केसेज में दुनिया में तीसरे नंबर पर आने के बाद भारत अब मौतों के लिहाज से भी इस स्थान पर पहुंच गया है। अनचाहे रेकॉर्ड के मामले में पहले तीसरे नंबर पर मेक्सिको था, जहां 62594 लोग महामारी से जान गंवा चुके हैं। दूसरी ओर, अब भारत में मरने वालों की संख्या 62635 गई है, जो मेक्सिको से अधिक है। अभी इस मामले में अमेरिका पहले नंबर पर है।
अमेरिका में कोरोना के कारण एक लाख 85 हजार लोगों की जान जा चुकी है। दूसरे नंबर पर फिलहाल ब्राजील है। वहां कोरोना अब तक एक लाख 19 हजार से ज्यादा जानें ले चुका है। भारत में जून से लॉकडाउन में रियायतें मिलने के बाद कोरोना के नए केस और इससे होने वाली मौतों की संख्या में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है। भारत में मई के आखिर में जहां प्रति 10 लाख की आबादी पर मौतों की संख्या पांच थी, वहीं अब यह 45 पर पहुंच गई है। इसी तरह इस संख्या पर केस भी अब 2554 हो गए हैं।
देश में 31 मई को कोरोना के कुल मामलों की संख्या 182143 तो मौतों की 193 थी। अब कुल केसेज की संख्या 34,57720 है तो मौतों की 62635 हो गई है। दुनिया के ज्यादातर देशों में अब कोरोना के नए केसों और मौतों में कमी दर्ज की जा रही है।
24 घंटे में रेकॉर्ड नए केस आए
भारत में लगातार तीसरे दिन कोरोना वायरस के 76 हजार से अधिक केस सामने आए। शुक्रवार को 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 77464 नए केस आए, जबकि 65032 लोग रिकवर हुए हैं और 1015 लोगों की मौत हुई। इससे पहले गुरुवार को 75760 नए मामले सामने आए थे। देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या अब 34 लाख के पार हो गई है। इनमें से 26 लाख से ज्यादा कोरोना से जंग जीत चुके हैं तो 62 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब देश में कोरोना के एक्टिव केस कुल मामलों का 22 प्रतिशत रह गए हैं।
4 करोड़ लोगों के हुए टेस्ट
कोरोना वायरस से संक्रमण का पता लगाने के लिए देश में अब तक कुल 3 करोड़ 94 लाख 77 हजार 848 परीक्षण किए जा चुके हैं। पिछले दो हफ्तों में ही एक करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की गई है। देश में प्रति दस लाख आबादी पर जांच की संख्या 28607 हो गई है। भारत पहले ही प्रतिदिन 10 लाख जांच करने की क्षमता प्राप्त कर चुका है।