देश के किस राज्य में कितने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले जिले, देखिए पूरी लिस्ट

- भारत में कोरोना वायरस के 35 हजार से ज्यादा मामले, अबतक 1147 की मौत
- देश में टोटल 130 जिले रेड जोन में, ऑरेंज जोन में आए 284 जिले
- ग्रीन जोन के 319 जिलों में 3 मई के बाद मिल सकती है लॉकडाउन से छूट
- यूपी में सबसे ज्यादा 19 जिले रेड जोन में, नॉर्थईस्ट के राज्यों में रेड जोन डिस्ट्रिक्ट नहीं
नई दिल्ली
लॉकडाउन का काउंटडाउन शुरू होने के साथ ही ज्यादातर लोगों के मन में इस तरह के सवाल हैं कि उनके यहां 3 मई के बाद बंदिशों में छूट मिलेगी या नहीं। अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल हैं तो केंद्र सरकार की जिलों को जोन में बांटने वाली लिस्ट उसका बहुत हद तक जवाब देती है। केंद्र ने शुक्रवार को देश के जिलों को कोरोना वायरस के खतरे के आधार पर जोन में बांट दिया है। इन जोन से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहां कितनी राहत मिल सकती है।
जिन जिलों में कोरोना संक्रमण का खतरा बिल्कुल कम है, वे ग्रीन जोन में हैं। कोरोना के केस वाले लेकिन अब कम जोखिम वाले जिले ऑरेंज जोन में हैं और वायरस के हॉटस्पॉट्स वाले जिले रेड जोन में हैं। ग्रीन जोन में सबसे ज्यादा राहत दी जाएगी। ऑरेंज जोन में उससे कम और रेड जोन में राहत की गुंजाइश बहुत कम है। रेड जोन में 130 जिले हैं, ऑरेंज जोन में 284 जिले और ग्रीन जोन में 319 जिलों को रखा गया है।
रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले जिलों की राज्यवार सूची
राज्य | रेड जोन | ऑरेंज जोन | ग्रीन जोन | टोटल | |
1. | अंडमान निकोबार | 1 | 0 | 2 | 3 |
2. | आंध्र प्रदेश | 5 | 7 | 1 | 13 |
3. | अरुणाचल प्रदेश | 0 | 0 | 25 | 25 |
4. | असम | 0 | 3 | 30 | 33 |
5. | बिहार | 5 | 20 | 13 | 38 |
6. | चंडीगढ़ | 1 | 0 | 0 | 1 |
7. | छत्तीसगढ़ | 1 | 1 | 25 | 27 |
8. | दिल्ली | 11 | 0 | 0 | 11 |
9. | गोवा | 0 | 0 | 2 | 2 |
10. | गुजरात | 9 | 19 | 5 | 33 |
11. | हरियाणा | 2 | 18 | 2 | 22 |
12. | हिमाचल प्रदेश | 0 | 6 | 6 | 12 |
13. | जम्मू-कश्मीर | 4 | 12 | 4 | 20 |
14. | झारखंड | 1 | 9 | 14 | 24 |
15. | कर्नाटक | 3 | 13 | 14 | 30 |
16. | केरल | 2 | 10 | 2 | 14 |
17. | लद्दाख | 0 | 2 | 0 | 2 |
18. | मध्य प्रदेश | 9 | 19 | 24 | 52 |
19. | महाराष्ट्र | 14 | 16 | 6 | 36 |
20. | मणिपुर | 0 | 0 | 16 | 16 |
21. | मेघालय | 0 | 1 | 10 | 11 |
22. | मिजोरम | 0 | 0 | 11 | 11 |
23. | ओडिशा | 3 | 6 | 21 | 30 |
24. | पुदुचेरी | 0 | 1 | 3 | 4 |
25. | पंजाब | 3 | 15 | 4 | 22 |
26. | राजस्थान | 8 | 19 | 6 | 33 |
27. | तमिलनाडु | 12 | 24 | 1 | 37 |
28. | तेलंगाना | 6 | 18 | 9 | 33 |
29. | त्रिपुरा | 0 | 2 | 6 | 8 |
30. | उत्तराखंड | 1 | 2 | 10 | 13 |
31. | उत्तर प्रदेश | 19 | 36 | 20 | 75 |
32. | पश्चिम बंगाल | 10 | 5 | 8 | 23 |
33. | दादरा और नगर हवेली | 0 | 0 | 1 | 1 |
34. | दमन और दीव | 0 | 0 | 2 | 2 |
35. | नगालैंड | 0 | 0 | 11 | 11 |
36. | सिक्किम | 0 | 0 | 4 | 4 |
टोटल | 130 | 284 | 319 | 733 |
केंद्र ने दी हिदायत
भारत सरकार ने राज्यों से कहा है कि वायरस के ट्रांसमिशन की चैन तोड़ने के लिए कंटेनमेंट बेहद जरूरी है। एडवाजयरी में कहा गया है कि रेड और ऑरेंज जोन वाले जिलों में खास सावधानी बरती जाए। रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले जिलों की यह लिस्ट हर सप्ताह अपडेट होती है। किसी जिले में अगर पिछले 21 दिन से कोई नया मामला नहीं होता तो उसे एक लोअर जोन में डाल दिया जाता है।
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ग्रीन जोन वाले जिलों को मिलेगी छूट
देश के 319 जिले ग्रीन जोन में हैं। इन जिलों को 3 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन पार्ट-टू के बाद छूट दी जा सकती है। सरकार पहले ही फैक्ट्रियां और दुकानें खोलने को लेकर गाइडलाइंस जारी कर चुकी है। हालांकि आखिरी फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा जा सकता है। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करना अनिवार्य होगा।
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देश में कुल 739 जिले हैं, जिनमें से 307 अब भी कोरोना से अछूते हैं यानी 40 प्रतिशत से भी ज्यादा। ये जिले ग्रीन जोन्स हैं। 3 मई के बाद इन जिलों में फैक्ट्रियों, दुकानों, छोटे-मोटे उद्योगों समेत ट्रांसपोर्ट और अन्य सेवाओं को भी शर्तों के साथ पूरी तरह खोला जा सकता है। केंद्र एक दो दिन में इस पर फैसला ले सकता है लेकिन संबंधित राज्यों में आखिरी फैसला वहां की सरकारों पर निर्भर होगा।
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ग्रीन जोन्स में 4 मई से मोबाइल फोन्स, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक, हार्डवेयर, रिपेयरिंग शॉप्स, कपड़ों की दुकानें, रेस्तरां, हेयर कटिंग सैलून जैसी सेवाओं को भी खोलने की इजाजत दी जा सकती है। हालांकि, इन दुकानों पर भीड़ लगाने की इजाजत नहीं होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करना होगा। पंजाब सरकार ने तो लॉकडाउन को दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है लेकिन उसने भी ग्रामीण इलाकों में सामान बेचने वाली सभी दुकानों को 50 फीसदी स्टाफ और कुछ अन्य शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दे दी है। हालांकि, वहां सैलून, स्पा जैसी सर्विस देने वाली दुकानों को इजाजत नहीं दी गई है। स्टैंडअलोन टी और सिगरेट की दुकानों को भी इजाजत दी जा सकती है।
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ग्रीन जोन्स में 4 मई से सभी फैक्ट्रियों में फिर से काम शुरू करने की इजाजत दी जा सकती है। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को भी छूट दी जा सकती है। ईंट भट्ठों को पहले ही छूट दी जा चुकी है। ग्रीन जिलों में निर्माण गतिविधियों पर लगा ब्रेक हट सकता है। कंस्ट्रक्शन का काम जोर पकड़ सकता है।
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ग्रीन जोन्स में ट्रांसपोर्ट को भी सीमित रूप से खोला जा सकता है। पश्चिम बंगाल में बसों और टैक्सियों को ग्रीन जोन्स के भीतर चलने की इजाजत दी जा सकती है। इंटर-स्टेट बस सर्विस बंद रहेगी। इसी तरह अन्य राज्यों में भी इस तरह की छूट मुमकिन है। हालांकि, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना जरूरी होगा।
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3 मई के बाद ग्रीन जोन्स में प्रतिबंधों के दायरे को सीमित जरूर किया जा सकता है लेकिन भीड़-भाड़ की इजाजत तब भी नहीं होगी। शादी समारोह, धार्मिक आयोजन, जुलूस जैसी भीड़भाड़ वाली गतिविधियों पर आगे भी रोक बरकरार रहेगी।
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देश में 129 जिले रेड जोन्स में हैं यानी वहां कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट्स हैं। पूरी दिल्ली रेड जोन में है। मुंबई, अहमदाबाद, सूरत जैसे बड़े औद्योगिक केंद्र भी रेड जोन्स में हैं, जहां रियायतों की गुंजाइश न के बराबर है।