नवांशहर। यूपी की रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस विधायक रही अदिति सिंह ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। अदिति के पति अंगद सिंह पंजाब की नवांशहर सीट से कांग्रेस के विधायक हैं, लेकिन इस बार पत्नी के भाजपा में जाने के कारण कांग्रेस ने अंगद सिंह को टिकट नहीं दिया है। इस सीट पर पार्टी ने सतवीर सिंह पल्ली झिक्की को प्रत्याशी बनाया है। अब अंगद सिंह नवांशहर से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने आज इसकी घोषणा की।

अंगद ने कहा कि वह और अदिति पिछले एक वर्ष से अलग-अलग रह रहे हैं। अंगद ने कहा कि अगर वो चाहते तो टिकट ले सकते थे, पर इसके लिए उन्हें किसी महिला की बेइज्जती करनी पड़ती, पर उनकी मां ने उन्हें शिक्षा दी है कि महिलाओं का हमेशा ही सम्मान करना चाहिए। अंगद ने कहा कि वो पिछले 15-20 दिनों से कभी दिल्ली तो कभी चंडीगढ़ के चक्कर टिकट के लिए काट रहे थे।

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अंगद ने कहा कि मीडिया में खबरें आ रही थीं कि प्रियंका गांधी उनको टिकट नही दिलवाना चाहती हैं, क्योंकि वो हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में गई अदिति सिंह के पति हैं। अंगद ने कहा कि जब वो दिल्ली में कांग्रेस के एक बड़े नेता से मिले तो उन्होंने कहा कि अदिति के कारण उनको टिकट नहीं मिल रहा है, पर अगर वह अदिति के बारे में सोशल मीडिया पर गलत लिखेंगे तो पार्टी उनको नवांशहर से टिकट दे देगी।

अंगद ने कहा कि वो टिकट के लिए किसी की मर्यादा को भंग नहीं कर सकते हैं। वो टिकट तो ले लेते, पर हमेशा के लिए अपनी नजरों से गिर जाते। अंगद ने कहा कि समस्या हर घर में ही हो सकती है। आज के युग में जरूरी नहीं है कि पति की सोच के मुताबिक ही पत्नी भी सोचे। वैचारिक मतभेद हर घर में हो सकते हैं। हालांकि अंगद सिंह ने उस कांग्रेस नेता का नाम बताने से इन्कार कर दिया, जिसने उन्हें टिकट का आफर दिया था। वहीं 4 दिन पहले अंगद सिंह फेसबुक पर अपने पेज से एक पोस्ट डाली थी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वो व अदिति पिछले एक वर्ष से अलग-अलग रहे हैं।

पोस्ट में ये लिखा था अंगद ने …

मैं अपनी पत्नी अदिति के साथ अपने अलग-अलग संबंधों के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट, सोशल मीडिया पोस्ट और प्रेस के सम्मानित सदस्यों के कई काल आने के बाद सभी से अनुरोध करने के लिए विवश हूं। अदिति सिंह जो एक साल से अधिक समय से मुझसे अलग रह रही हैं। अदिति से मेरी शादी पूरी तरह से एक निजी मामला है, जो मेरे घर के भीतर ही सीमित है और इसलिए यह ऐसा मामला नहीं है जिसे सार्वजनिक डोमेन में उजागर किया जाना चाहिए। जहां तक ​​भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रति मेरी निष्ठा का संबंध है, इसमें कोई संदेह नहीं है। मेरे पूर्वजों और मैंने मान और सम्मान के साथ इसकी सेवा की है और इस तरह मेरी पत्नी के वैचारिक मतभेद व उनकी अन्य किसी अन्य पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण उन पर आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं।

अंगद सिंह ने लिखा कि अपने लोगों की सेवा करने की मेरी इच्छा पर संदेह नहीं किया जा सकता है। मैं सबसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं और सभी से अपील करता हूं कि हम दोनों के बीच वैवाहिक या वैचारिक मतभेद पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं और किसी के घर में भी यह उत्पन्न हो सकते हैं। मेरा और मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा करने की मेरी क्षमता, अखंडता और इच्छा से इसका कोई लेना-देना नहीं है, जिन्होंने वर्षों से मुझ पर और मेरे परिवार में अपार समर्थन और विश्वास दिखाया है। मैं और मेरा परिवार पिछले 60 वर्षों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रबल ध्वजवाहक रहे हैं और आगे भी सेवा करते रहेंगे।