SSR Case में दिल दहला लेने वाला दावा:’13 जून की रात को डार्क वेब के जरिए हुआ था मर्डर का लाइव टेलीकास्ट!’
मुंबई: दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच सीबीआई,ईडी और एनसीबी रही हैं। एनसीबी ने ड्रग एंगल आने के बाद केस की आरोपी रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक चक्रवर्ती, सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और स्टाफ मैंबर दीपेश को अरेस्ट कर लिया है। इन आरोपियों को 22 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं सुशांत के सुसाइड केस का मामला अभी सुलझा नहीं है। सुशांत के निधन के बाद सोशल मीडिया पर लोग कई तरह के दावे करते नजर आ रहे हैं। वहीं सुशांत के आखिरी पलों की तस्वीरें सामने आने के बाद लोग अनुमान लगाने लगे थे कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उनकी हत्या गई थी।
इसके साथ ही मुंबई पुलिस और कूपर अस्पताल की सामने आई गड़बड़ियों ने लोगों के इस शक को और भी गहरा कर दिया था। इसी बीच सुशांत को लेकर एक नया दावा सामने आया है जिसे सुन आप सबकी रूह तक कांप जाएगी।
दरअसल, हाल की में पेशे से वकील विभोर आनंद ने दावा किया कि सुशांत का मर्डर करने वालों ने उनकी मौत का लाइव टेलीकास्ट किया था। विभोर आनंद ने ट्वीट कर लिखा- ‘सुशांत सिंह राजपूत, दिशा सालियान और माइनर लड़की के मर्डर को डार्क वेब के जरिए पूरे दुनिया भर में लाइव टेलीकास्ट किया गया था।
यही वजह है क सुशांत को इतनी बेरहमी के साथ मारा गया और सभी बॉलीवुड स्टार्स सुशांत को लाइव मरता हुआ देख रहे थे।’ इस दावे को सुन सुशांत सिंह राजपूत के फैंस के होश उड़ चुके हैं।
यूजर्स लगातार बॉलीवुड स्टार्स को खरी-खोटी सुना रहे है। एक यूजर ने लिखा- ‘आखिर इन लोगों को नींद कैसे आ रही है?’ वहीं एक शख्स ने लिखा है कि, ‘अगर ये वाकई में सच है तो ये दिल दुखाने वाला है।’ मैडी नाम के एक शख्स ने लिखा है कि, ‘वो लोग डर गए हैं क्योंकि कंगना मुंबई आ चुकी है। खैर इस दावे में कितनी सच्चाई है ये तो पता नहीं लेकिन इस खबर ने सुशांत के फैंस को और दुखी कर दिया है।
क्या होता है डार्क वेब
इस दावे के बाद ब हर किसी के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर ये डार्क वेब क्या है? बहुत कम लोग जानते है कि इंटरनेट की दुनिया काफी रहस्यमयी है और हमें सिर्फ इसका 4% हिस्से के बारे में ही पता है। इंटरनेट की दुनिया तीन अलग-अलग भागों (सरफेस, डीप और डार्क) में बंटी हुई है। डार्क वेब इंटरनेट की आखिरी लेयर है जिसे आप क्रोम या मोजिला ब्राउजर के माध्यम से नहीं जा सकते हैं। डार्क वेब में स्पेशल एक्सेस के जरिए ही एंट्री होती है। इसके जरिए ड्रग्स का व्यापार, हथियारों का लेन देन और बाकी गैर-कानूनी काम किए जाते हैं।