शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में जनपद को विकासपथ पर ले जाने के लिए दिए विचार

समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047 समृद्धि का शताब्दी पर्व होने के अवसर पर सहारनपुर ने विजन उत्तर प्रदेश का खींचा खाका

उद्यमियों, कृषकों एवं सहकारिता संगठनों से किया संवाद, लिए सुझाव  

विगत 8 वर्षों में प्रदेश की विकास यात्रा के साथ सभी ने किए अपने विचार प्रस्तुत

सहारनपुर, दिनांक 09 सितम्बर, 2025 (सू0वि0)। समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश अभियान @2047 के अन्तर्गत सेवानिवृत्त आईएएस श्री दिनेश राय, सेवानिवृत्त आईपीएस श्री डी एस चौहान, जनपद के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार श्री रविन्द्र, सेवानिवृत्त प्रोफेसर उच्च शिक्षा विभाग जे0वी0जैन कालेज श्री रामशब्द सिंह, कार्यरत प्राध्यापक, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ डॉ0 आई0के0कुशवाह तथा सेवानिवृत्त मुख्य अभियन्ता यूपीपीसीएल श्री संजय अग्रवाल की उपस्थिति में होटल ओएसिस में उद्यमियों के साथ तथा सर्किट हाउस सभागार में कृषक एवं सहकारिता संगठन के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में उद्यमियों, कृषकों एवं सहकारिता संगठनों द्वारा विगत 8 वर्षों में प्रदेश की विकास यात्रा के सम्बन्ध में अपने विचार प्रस्तुत किये।

संवाद में उद्यमियों की समस्याओं के साथ-साथ 2047 के उत्तर प्रदेश की रूपरेखा पर भी चर्चा की गयी। उद्यमियों द्वारा प्रत्येक जनपद में एक जनपद एक पोलिसी बनाये जाने की मांग की गयी। औद्योगिक पोलिसी बनाते समय उद्यमियों से सुझाव मांगे जाने तथा औद्योगिक आस्थानों की लीज भूमि को फ्री होल्ड किये जाने की मांग की गयी, जिससे उत्तर प्रदेश की 06 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।

सहकारी समितियों के माध्यम से तकनीक आधारित खेती में तरल उर्वरक के प्रयोग में ड्रोन के उपयोग एवं कृषि में उसके लाभ एवं परिणाम के बारे में विचार व्यक्त करते हुए कहा गया कि सहकारी समितियों को ड्रोन उपलब्ध कराया जाये जिससे तरल उर्वरक का प्रयोग किसान बहुत ही सस्ते एवं आसान तरीके से अपने लिए प्रयोग हुए करते हुए, कम समय में खेतों में उर्वरक का छिड़काव कर उर्वरक का अधिक फायदा फसलों में प्राप्त कर सकेगा। जनपद में ’’ड्रोन दीदी’’ की मदद से महिलाओं के आर्थिक उत्थान के साथ-साथ महिला सशक्तीकरण को भी बल मिलेगा।

इसके अतिरिक्त अन्य सहकारी बन्धुओं द्वारा सहकारिता को प्रगतिशील बनाने हेतु सहकारिता विभाग के माध्यम से किसानों की समस्याएं एवं उनके निवारण पर विचार प्रकट किये गये। सहकारिता को और सशक्त बनाने के लिए अधिक से अधिक सदस्य बनाने के लिए विशेष रूप से अभियान चलाने पर बल दिया गया जिससे कि जनपद में कृषकों को सरकार द्वारा चलायी जा रही ए0आई0एफ0 के अन्तर्गत संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री मनीष बंसल, मुख्य विकास अधिकारी श्री सुमित राजेश महाजन, उपजिलाधिकारी श्वेता पाण्डेय, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह, उपायुक्त उद्योग डॉ0 बनवारी लाल, उप कृषि निदेशक श्री संदीप पाल, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता श्री रवि शंकर, जिला उद्यान अधिकारी श्री गमपाल सिंह, जिला कृषि अधिकारी श्री कपिल कुमार, जिला गन्ना अधिकारी श्री सुशील कुमार, आईआईए से गौरव चौपड़ा, लघु उद्योग भारती से श्री अनुपम गुप्ता, सीएसआई से श्री रविन्द्र मिगलानी सहित संबंधित अधिकारीगण, उद्यमीगण एवं कृषकगण उपस्थित रहे।