कथावाचक कांड में नया मोड़, मुकुटमणि पर महिलाओं ने लगाया धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का आरोप, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?

कथावाचक कांड में नया मोड़, मुकुटमणि पर महिलाओं ने लगाया धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का आरोप, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?

उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक विवाद में पुलिस का एक्शन तेज हो गया है। पुलिस पर हमला करने की कोशिश करने के मामले में 19 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। बाकी लोगों की तलाश जारी है। वहीं, कथावाचक की पिटाई के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है।

इन्हीं  महिलाओं ने किया था आमंत्रित

कथा का आयोजन करने वाले परिवार की महिलाओं ने कथावाचक मुकुटमणि पर धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। कथावाचक मुकुट मणि पर आरोप लगाने वाली ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने उन्हें व्यास के रूप में कथा के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन 22 जून की रात हुई पिटाई का मामला जब सुर्खियों में आया तो अब दूसरा पक्ष भी अपनी बात रखने के लिए सामने आ गया है।

कथा बांचने का नहीं मालूम था तौर-तरीका

भागवत कथा का आयोजन करने वाले परिवार की महिलाओं की शिकायत है कि कथावाचकों को ना तो कथा बांचने का तौर-तरीका मालूम था। ना ही पूजा का विधि-विधान पता था। उल्टा वो महिलाओं से छेड़खानी की कोशिश कर रहे थे। इसीलिए उन्हें वापस भेज दिया गया।

जानिए कितने लोग हुए गिरफ्तार

मामला पुलिस पर हुए हमले को लेकर भी बढ़ गया है। पुलिस दोनों तरफ से एक्शन में आ गई है। 22 जून को कथावाचक की पिटाई करने के 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 26 जून को पुलिस और गांव पर हमला करने की कोशिश के 19 आरोपी हिरासत में हैं।

अहीर रेजीमेंट उतरा सड़कों पर

इस मामले में दूसरे पक्ष की तरफ से कथावाचकों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई है। इसके बाद गुरुवार को अहीर रेजीमेंट संगठन के सैकड़ों लोग सड़क पर आ गए। शिकायत करने वाले गांव की तरफ बढ़ने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों की भीड़ पुलिस पर भारी पड़ गई। भीड़ बैरीकेड्स तोड़ कर आगे बढ़ गई।

आगरा-कानपुर हाईवे किया गया जाम

इटावा के एसपी ग्रामीण श्रीश चंद ने कहा कि पुलिस ने किसी तरह अतिरिक्त फोर्स बुलाकर रोका तो प्रदर्शनकारियों ने आगरा-कानपुर हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस पर पथराव शुरू किया। पुलिस की गाड़ी को निशाना बनाया गया। पुलिस अब उपद्रवियों की पहचान कर रही है।

अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा

वहीं, इस मामले में सियासत भी खूब हो रही है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में कथावाचकों की पिटाई के मामले में योगी सरकार को घेरा है। उससे पहले मुकुटमणी और उसकी टीम के गीत सुने हैं।