लवजिहाद प्रकरण: लडकियो को फँसाने के लिये फर्जी आईआईबीएफ एग्जाम सेंटर चला रहा था मोहसीन

लवजिहाद प्रकरण: लडकियो को फँसाने के लिये फर्जी आईआईबीएफ एग्जाम सेंटर चला रहा था मोहसीन
आरोपी मोहसीन का फर्जी सीएससी सेंटर

नकुड/सहारनपुर [इंद्रेश त्यागी]। नगर में लवजिहाद मामले मे पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दुसरा आरोपी अभी भी पुलिस की पकड से बाहर है। फरार आरोपी के फर्जी सीएसीसी सेंटर व आईआईबीएफ का एग्जाम सेंटर चलाने का सनसनीखेज मामला भी प्रकाश में आया है।

पुलिस सुत्रो का कहना है कि लवजिहाद मामले में आरोपी आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि दुसरा आरोपी मोहसिन अभी भी फरार है। इससे पहले पुलिस ने पिडिता का मेजिस्टरेट के समक्ष बयान कराया था। जिसके बाद पुलिस ने इस प्रकरण मे कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस दुसरे आरोपी को भी गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। जांच अधिकारी व क्षेत्राधिकारी वैभव पांडे ने बताया कि आरोपी जेल भेज दिया गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है।

उधर फरार आरोपी मोहसीन के विषय मे सनसनीखेज तथ्य प्रकाश मे आये है। वह नगर मे मलिक कंप्युटर के नाम से फर्जी सीएससी सेंटर चला रहा था। इसके अलावा लडकियो को फँसाने के लिये फर्जी आईआईबीएफ एग्जाम सेंटर भी चलाता था। बताया जाता है कि उस पर कुछ वर्ष पूर्व सीएससी सेंटर पर फ्राड करने के आरोप लगे थे। जांच मे आरोपी सही पाये जाने पर उसके सेंटर की आईडी ब्लाक कर दी गयी थीं इसके बावजूद मोहसिन फर्जी ढंग से सीएससी का काम कर रहा था। गौरतलब है कि आईआईबीएफ एग्जाम सेटंर की मान्यता भी सएससी आर्थटीज ही देते है। आरोप है कि यह कंप्युटर सेंटर लवजिहाद का बडा केंद्र बन गया था।

सवाल यह भी उठ रहे है कि जब मोहसिन के सीएससी सेंटर की आईडी चार साल पहले ही ब्लाक हो गयी थी तो स्थानीय प्रशासन क्या कर रहा था? प्रशासन ने उसका सेंटर बंद क्यों नही कराया? सुत्र बताते है कि वह दुसरे वीएलई की आईडी का प्रयोग कर खुल्लमखुल्ला सीएससी सेंटर चलाता रहा और प्रशासन मौन होकर उसे सेंटर चलाने की मौन सहमति देता रहा।

क्या है मामला?

नगर की एक युवती ने थाने में दी तहरीर में आरोप लगाए थे कि नकुड़ के मोहल्ला जोगियान निवासी मोहम्मद आशिफ पुत्र इरफान उससे आठ माह पूर्व संपर्क में आया, उसने अपना नाम आशीष बताया। वह लगातार उससे फोन पर बाते करने लगा, फोन की बाते दोस्ती में बदल गई। इस दौरान आशिफ उर्फ आशीष ने युवती संग आपत्तिजनक विडियों व फोटो भी ले लिए। जब युवती को उसके असली नाम का पता चला तो युवती ने उससे बातचीत बंद कर दी। इस बात से बोखलाये आशिफ व उसके साथी मोहसीन ने युवती के साथ मारपीट तक कर दी। विडियों व फोटो वायरल करने की धमकी देकर दोनों युवकों ने युवती पर धर्मपरिवर्तन का दबाव बनाया। परेशान युवती ने थाना नकुड़ में तहरीर देकर कार्यवाही की गुहार लगाई थी।

मलिक कंप्युटर पर हुई मारपीट

युवती ने तहरीर में बताया था कि मलिक कंप्युटर चलाने वाले मोहसीन व आशिफ उर्फ आशीष ने उसके साथ मलिक कंप्युटर पर ही मारपीट की। उसने बताया कि वह किसी काम से सेंटर के सामने से गुजर रही थी, तभी मोहसीन ने उसे कंप्युटर सेंटर में घसीट लिया। वहाँ पहले से मौजूद आशिफ व मोहसीन ने उसके साथ यह कहते हुए मारपीट की कि धर्मपरिवर्तन कर मुसलमान बन कर आशिफ के साथ निकाह कर अन्यथा तेरी विडियों वायरल कर तुझे जान से मार देंगे।

नकुड़ में मलिक कंप्युटर है लव-जिहाद का अड्डा

युवती ने बताया कि नकुड़ में तहसीलदार आवास व लकड़वाला मस्जिद के बीच स्थित मलिक कंप्युटर पर वह आठ माह पूर्व किसी काम से गई थी, वहीं पर मलिक कंप्युटर चलाने वाले मोहसीन ने ही उसकी दोस्ती आशीष उर्फ आशिफ से यह कहकर कराई थी कि यह नगर का एक बड़ा व्यापारी है। युवती ने बताया कि मलिक कंप्युटर पर एग्जाम देने के लिए बहुत सी लड़कियां आती है, मोहसीन सभी लड़कियों के नंबर उसके संपर्क के मुसलमान लड़कों को दे देता है। वो मुसलमान लड़के हिन्दू लड़कियों को लव-जिहाद का शिकार बनाते है।

 


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