लखनऊ : केन्‍द्र सरकार ने आतंकी और देश व‍िरोधी गत‍िव‍िध‍ियों के चलते पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को एक गैरकानूनी संस्था घोषित कर दिया है। सरकार ने पीएफआई पर अगले पांच सालों के लिए बैन लगाया है। सरकार की ओर से लगाए गए इस प्रतिबंध के तहत संस्था के सभी सहयोगियों और तमाम मोर्चों को गैरकानूनी घोषित किया गया है। यूपी के ड‍िप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक और यूपी हज कमेटी के अध्‍यक्ष मोहस‍िन रजा ने केन्‍द्र सरकार के इस कदम की सराहना की है।

राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाला है यह फैसला- केशव मौर्य

उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा क‍ि भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा PFI पर प्रतिबंध का स्वागत करता हूं, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का पर्याय एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुका था PFI, राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाला है यह फैसला!

PFI की असामाजिक गैरकानूनी गतिविधियां लगातार जारी थी- ब्रजेश पाठक

ड‍िप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा क‍ि, ‘PFI की असामाजिक गैरकानूनी गतिविधियां लगातार जारी थी। विभिन्न जांच एजेंसियां जांच कर रही थी। जो तथ्य प्रकाश में आए हैं उन्हें देखते हुए गृह मंत्रालय ने जो निर्णय लिया है उसकी पूरे देश ने सराहना की है।’

PFI पर प्रतिबंध स्वागतयोग्य – मोहसिन रजा

भाजपा नेता विधान परिषद सदस्य और हज समिति के अध्यक्ष मोहसिन रजा ने पीएफआई और उसके फ्रंटल संगठनों पर लगाए गए बैन का स्वागत किया है। पीएफआई पर सबसे पहले प्रतिबंध लगाने की मांग मोहसिन रजा ने 2020 में CAA- एनआरसी के दौरान ही की थी और कहा था यह पीएफआई कुछ और नहीं बल्कि सिमी का ही परिवर्तित रूप है देश के भीतर होने वाले सभी देश विरोधी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है। देर आए दुरुस्त आए अब इस प्रतिबंध के बाद उम्मीद है कि देश विरोधी संगठनों की कमर टूटेगी।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने पीएफआई और उससे जुड़े संगठनों पर पांच वर्ष के प्रतिबंध को स्वागत योग्य कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह संगठन आम इंसान के लिए कुछ भाई बेहतर न करके युवा को भटकाने का काम करने में लगे है। मेरी तो दारुल उलूम और नदवा से भी गुजारिश है कि इसका स्वागत करें। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार देश को बाहर के साथ ही अंदर से भी बेहद मजबूत करने में लगे हैं। उनके हर कदम की विश्व में भी काफी सराहना होती है। इनके लिए तो राष्ट्र का विकास ही शीर्ष वरीयता है।

यूपी से अबतक 57 संद‍िग्‍ध ह‍िरासत में

आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) व स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने स्थानीय पुलिस के साथ लखनऊ, लखनऊ ग्रामीण, कानुपर, बाराबंकी, बहराइच, मेरठ, अलीगढ़, बुंलदशहर समेत 26 जिलों में छापे मारे। सोमवार रात से शुरू हुई छापमारी मंगलवार शाम तक जारी रही। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि 26 जिलों में हुई छापेमारी में 57 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।