बीते 24 घंटे में 7 हजार पॉजिटिव मामले, 1 मई से अब तक चार गुना बढ़े केस

बीते 24 घंटे में 7 हजार पॉजिटिव मामले, 1 मई से अब तक चार गुना बढ़े केस

नई दिल्ली
भारत में कोरोना वायरस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। लॉकडाउन के बावजूद हर दिन मरीजों के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक एक लाख 38 हजार से ज्यादा मामले मिले हैं और 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक कुल 1,38,845 मामले सामने आए हैं। वहीं देश में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 4021 हो गया है। बीते 24 घंटे में रेकॉर्ड सात हजार कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल 77,103 एक्टिव केस हैं। इस बीच भारत के लिए राहत की बात ये है कि देश में अब तक 57,721(41.57%) मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना से ठीक होने का आंकड़ा भी बढ़ रहे हैं।

1 मई के बाद बढ़े केस
1 मई को सुबह 8 बजे तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लगभग 35,000 मौतों की पुष्टि की थी। जिसमें लगभग 1,150 मौतें, 8,900 मरीज ठीक होने करीब और 25,000 से अधिक सक्रिय मामले थे। तब से अब तक ये मामले चार गुना बढ़ चुके हैं। जबकि मरने वालों की संख्या तीन गुना से अधिक हो गई है और इसी तरह सक्रिय मामलों की गिनती में वृद्धि हुई है। भारतीय रेलवे ने 1 मई को विशेष प्रवासी ट्रेनों का संचालन शुरू किया और तब से लगभग 40 लाख प्रवासी श्रमिक और 3,060 लोग एसी ट्रेनों में सफर कर चुके हैं। आने वाले दिनों में ऐसी कई और ट्रेनों का परिचालन किया जाना है।

80 फीसदी मामले पांच प्रदेशों से
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले भी इस बात को बताया कि देश के 80 फीसदी मामले पांच प्रदेशों से आ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली से हर रोज रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं इसी बीच बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों से भी कोरोना पॉजिटिव के सामने आने लगे हैं। देश के तमाम हिस्सों से प्रवासी मजदूर अपने-अपने मूल स्थानों तक जा रहे हैं, जिसके कारण भी कोरोना केसों में वृद्धि हो रही है।

नागालैंड भी नहीं रहा कोरोना फ्री
सोमवार को नागालैंड में तीन पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से दो पुरुष और एक महिला है जोकि हाल ही में एक विशेष ट्रेन से चेन्नई से राज्य लौट आए थे। भारत का पहला COVID-19 मामला जनवरी के अंत में सामने आया था लेकिन नागालैंड अब तक इससे मुक्त था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रेलवे ने 1 मई से 3,060 प्रवासी विशेष रेलगाड़ियों में लगभग 40 लाख प्रवासी श्रमिकों को उतारा है। ये ट्रेनें सबसे अधिक पांच राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और ओडिशा के लिए रवाना हुई हैं।

पैदल घरों की ओर निकल पड़े थे श्रमिक
कोरोनावायरस के कारण 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है जिसके चलते अर्थव्यवस्था के साथ-साथ लाखों प्रवासी श्रमिकों की आजीविका पर भी विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। लॉकडाउन के बाद हजारों मजदूरों को पैदल ही सड़कों से अपने घरों के लिए निकल पड़े थे। इनमें से कई मजदूर सड़क हादसों का भी शिकार हो गए। महाराष्ट्र में तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने के बाद प्रवासी मजदूरों के एक समूह की मौत हो गई थी। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में सोमवार को 2,436 नए मामले और 60 मौतें हुईं।

महाराष्ट्र के बुरे हाल
महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 52,667 हो गई और अब तक 1,695 लोगों की मौत हो गई। एक और बुरी तरह से प्रभावित राज्य गुजरात ने 405 नए मामले दर्ज किए हैं। अब तक 14,468 पॉजिटिव केस रजिस्टर्ड हो चुके हैं, जबकि 30 और मरीजों की मौत हुई और इसकी मृत्यु 888 हो गई। अब तक 12 लाख से अधिक प्रवासियों को गुजरात से ट्रेनों से निकाल दिया गया है। बिहार में 180 नए मामले दर्ज किए गए, जो राज्य में 2,574 तक बढ़ गए।