बेंगलुरु । कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष पर उन्हीं के पार्टी नेताओं ने रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं की आपसी बातचीत का वीडियो पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बना गया। कांग्रेस के पूर्व लोकसभा सांसद बीएस उग्रप्पा और मीडिया संयोजक सलीम अहमद कर्नाटक में पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए। उन्हें वीडियो रिकार्डिंग में यह कहते हुए सुना गया कि कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कथित तौर पर रिश्वत ली थी। अपनी बातचीत में दोनों ने डीके शिवकुमार को ‘शराबी’ भी कहा। हालांकि, जागरण डाट काम इस वीडियो रिकार्डिंग की पुष्टि नहीं करता है। इस वीडियो को भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है।

दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई

दोनों नेताओं को यह कहते हुए भी सुना गया कि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष के सहयोगियों ने 100 करोड़ रुपये उगाही कर कमाए। बाद में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। पार्टी नेता वीएस उग्रप्पा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। वहीं पार्टी नेता एमए सलीम अहमद को छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया।

प्रेस कांफ्रेंस से पहले बातचीत हुई रिकार्ड

वीएस उग्रप्पा और सलीम अहमद की बातचीत कर्नाटक कांग्रेस की प्रेस कान्फ्रेंस शुरू होने से पहले रिकार्ड हो गई। इस दौरान दोनों नेताओं को बातचीत के दौरान 100 करोड़ रुपए के घूस के बारे में कहते सुना गया। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जब डीके शिवकुमार मंत्री थे, तब वह 18 से 20 प्रतिशत तक कमीशन लेते थे। शिवकुमार ने कहा है कि वह इस मामले पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन अनुशासन समिति इस बारे में सख्त कार्रवाई करेगी।

कांग्रेस ने हालांकि उग्रप्पा के जवाब में स्पष्ट किया कि उनके सहयोगी उन्हें केवल भाजपा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों (शिवकुमार के खिलाफ) के बारे में बता रहे थे। उग्रप्पा ने कहा कि मैं कल एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करने आया था। हमारे मीडिया समन्वयक सलीम ने (मुझसे) फुसफुसाया कि कुछ लोग कह रहे थे कि डीके शिवकुमार के लोग पैसे ले रहे थे। यह आरोप भाजपा लगा रही है और वह मुझे यह बता रहा था।

उन्होंने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस के बाद मैंने सलीम से बात की। अब भी आप (मीडिया) उनसे बात कर सकते हैं। इस कांग्रेस नेता वीएस उग्रप्पा ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती है, खासकर डीके शिवकुमार। वह एक बहुत अच्छे प्रशासक हैं और उन्होंने व्यापार के माध्यम से पैसा कमाया है। इस जानकारी को साझा करने के लिए सही जगह नहीं चुनने पर पार्टी ने सलीम के खिलाफ कार्रवाई की है। कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने सलीम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।