कांग्रेसियों में फिर जूतम-पैजार, प्रवक्ता ने अध्यक्ष को बताई औकात; गिरते-पड़ते भागे…
रांची: कांग्रेसियों में फिर जूतम-पैजार में कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में घटी घटना को लेकर पार्टी जो भी सफाई दे लेकिन इससे इन्कार नहीं किया जा सकता कि कांग्रेस में अनुशासनहीनता के मामले बढ़ रहे हैं। अभी कुछ ही दिन पूर्व गिरिडीह में पार्टी के नए भवन के उद्घाटन के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने नेता आपस में भिड़ गए थे और जमकर हंगामा हुआ था। बात धरने तक पहुंच गई थी। हालांकि उस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इधर, सोमवार को कांग्रेस भवन रांची में भी प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही हंगामा हुआ। इनमें गिरिडीह की अपेक्षा पार्टी के बड़े स्तर से नेता शामिल थे। जाहिर है इस मामले में भी कार्रवाई होने की संभावना नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही बवाल के बावजूद अनुशासनात्मक कार्रवाई न होना संगठन में उनकी पकड़ कमजोर होने के संकेत दे रहा है।
रामेश्वर उरांव मीडिया से बोले, आपको किसने बुलाया
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय कांग्रेसियों में फिर जूतम-पैजार में हुई तू-तू, मैं-मैं को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने पार्टी का अंदरूनी मामला बताया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, हर परिवार में झगड़ा होता है। कांग्रेस भी एक परिवार है, इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिंदा पार्टी है, आप यहां देख रहे हैं मैंने तो देश में देखा है। यह आपका विषय है भी नहीं। यह हमारा अंदरूनी मामला है।
प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया की उपस्थिति पर भी आपत्ति जताई कहा, हमारी मीटिंग खत्म हो जाती है तब हम आपको बुलाते हैं। लेकिन आपने नाजायज फायदा उठा लिया। हमने कहां बुलाया था आपको। ऐसा थोड़ी न है, मेरा घर है मैं न बुलाऊंगा आपको। इस प्रकरण को ले अनुशासनात्मक कार्रवाई के सवाल पर साफ कहा कि यह आपसे जुड़ा मामला नहीं है। उन्होंने कई बार दोहराया कि हर घर में लड़ाई नहीं होती है। यह हमारा परिवार है। आपको आना ही नहीं चाहिए। आपको किसने बुलाया।
प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने ही भिड़े कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रवक्ता
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में महंगाई के खिलाफ रणनीति तैयार की जानी थी लेकिन वास्तविक तैयारियां कुछ और ही थीं। लंबे समय से एक दूसरे जो नीचा दिखाने की कोशिश में लगे कांग्रेस के दो गुट इस खास मौके पर अपना आप खो बैठे और एक दूसरे से भिड़ गए। कार्यकारी अध्यक्षों और प्रवक्ताओं की टोली ने प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने ही जमकर अपनी भड़ास निकाली।
झड़प का अंदाज आक्रमक (मारपीट की नौबत सरीखा) था यही वहज रही कि पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने चुपचाप पीछे के दरवाजे से निकलने में ही अपनी भलाई समझी। हालांकि जैसा कांग्रेस में हमेशा होता है, अपनी भड़ास और दिल का गुबार निकालने के बाद दोनों ही गुट शांत हो गए। ऐसा लगा जैसे कुछ हुआ ही नहीं। पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम के खिलाफ आंदाेलन की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई इस अहम बैठक के शुरू होते ही कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व विधायक केशव महतो कमलेश ने सवाल उठाया कि बैठकों में जो बातें तय नहीं हो पातीं वह मीडिया तक कैसे पहुंच जाती हैं।
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के दो गुटों में झड़प, निकाली भड़ास
सोमवार की बैठक का एजेंडा तय नहीं होने के बावजूद मीडिया में कैसे आ गया। इसपर प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे बिफर उठे और उन्होंने तुम-ताम शुरू कर दी। प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने ही कार्यकारी अध्यक्ष को यहां तक कह डाला कि तुम सबको उंगली पकड़कर कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। इतना सुनते ही कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर उठ खड़े हुए और प्रवक्ताओं को हद में रहने की नसीहत दी।
नसीहत चुभी और बात बढ़ गई। दोनों गुट आमने-सामने आ गए और एक दूसरे की पिछली तमाम कमियों को गिनाना शुरू कर दिया। शोरगुल बढ़ा तो कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम पिछले दरवाजे से निकले लिए। दोनों ही गुटों ने कुछ देर जमकर भड़ास निकाली और शांत हो गए। कांग्रेसियों में फिर जूतम-पैजार गई हो इसके बाद बैठक की औपचारिकता पूरी की गई। हंगामा की वजह लंबे समय से पार्टी के दाे गुटों में चली आ रही खींचतान है।
सरकार और संगठन के बीच समन्वय की बात पर हुए आमने-सामने
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्षों में अधिसंख्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के करीबी बताए जाते हैं जबकि हंगामें में अग्रणी भूमिका निभाने वाले प्रवक्ता प्रदेश अध्यक्ष के करीबी। दोनों गुट अक्सर कार्यक्रमों में एक दूसरे पर छींटाकशी करते हैं और सोमवार को बात कुछ ज्यादा बढ़ गई। कुछ देर के बाद मामला शांत हुआ तो महंगाई के विरोध की रूपरेखा तय करने की रणनीति पर भी मंथन हुआ।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर केंद्र को घेरेगी कांग्रेस
पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमत के खिलाफ झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी राज्य व्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इसी संदर्भ में प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के वित मंत्री डाॅ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन, रांची में बैठक आहूत हुई। बैठक में कांग्रेस विधायक दल नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, जोनल को-ऑर्डिनेटर रमा खलखो, सुलतान अहमद आदि उपस्थित थे।
प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में राज्य व्यापी आंदोलन पर चर्चा हुई और यह तय हुआ कि केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी 25 फरवरी 2021 को सभी जिलों में एवं प्रदेश मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन, 26 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस एवं 27 फरवरी 2021 को जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम होगा।बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव ने कहा कि पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के दामों में हो रहे लगातार वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन कर रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार कोरोना जैसे आपदा में भी अवसर तलाश लिया है और गरीब और बेरोजगार जनता का दोहन कर रही है। जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेलों के दामों भारी गिरावट आयी है वहीं भारत में इसके दामों में जबरदस्त उछाल आया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में सरकार लगातार एक्ससाइज ड्यूटी बढ़ाने का काम कर रही है।
कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब पेट्रोल डीजल में 05 और 10 पैसे की वृद्धि होती थी तो भाजपा का पूरा कुनबा सड़कों पर होता था और मोदी के सात सालों के शासन के दौरान कई बार रुपया और दो रुपया की बढ़ोतरी होते हुए आज लगभग पेट्रोल 100 के आंकड़े को छूने में लगी है और डीजल 90 की। आज की बैठक में मुख्य रूप से आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डाॅ राजेश गुप्ता, राकेश सिन्हा, डाॅ एम तौसीफ, कुमार राजा, सन्नी टोप्पो, जगदीश साहु, आदि लोग उपस्थित थे।
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