ग्राम पंचायत सदस्य पदो के उपचुनाव मे निर्वाचन अधिकारी ने कर दिया बडा खेल

  • प्रत्याशी ने नामांकन किया वार्ड 11 से निर्वाचन अधिकारी ने वार्ड 10 से निर्विरोध निर्वाचित कर दिया

नकुड [इंद्रेश त्यागी]।  ग्राम पंचायत के सदस्य पदो के उपचुनाव मे निर्वाचन अधिकारी ने बडा खेल कर दिया। अध्याना ग्राम पंचायत के वार्ड ग्यारह से नामाकंन दाखिल करने वाली महिला को वार्ड दस से निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।

ग्राम पंचायत सदस्यों के रिक्त पदो के लिये रविवार को उपचुनाव के लिये सिंबल दिये जाने थे। अध्याना में ग्राम पंचायत के रिक्तपाँच वार्ड में सदस्यों का उपचुनाव होना था। इनमे से वार्ड संख्या 11 के लिये सुरेशा व मुंजल ने नामांकन दाखिल किये थे। दोनो ही प्रत्याशियो ने नामांकन दाखिल करके रसीद भी ले ली। अध्याना निवासी वार्ड ग्यारह से प्रत्याशी श्रीमती सुरेशो, अनिल, विपिन, मुकुल, व प्रशांत ने बताया कि रविवार को सिंबल देने के लिये निर्वाचन अधिकारी ने सुरेशो से नामांकन पत्र की रसीद वापस ले ली। उसने रसीद मे वार्ड संख्या 11 के स्थान पर ओवर राईटिंग करके 10 कर दिया। जबकि उनके पास मोबाईल में नामांकन रसीद की फोटा मौजूद है।

ग्रामीणो ने आरोप लगाया कि निर्वाचन अधिकारी ने रसीद में ओवरराटिगं करके सुरेशो के नामांकन पत्र मे 11 के स्थान पर 10 कर दिया। जिससे वार्ड संख्या 10 व 11 में एक एक प्रत्याशी रह गये। उसके बाद दोनो ही प्रत्याशियो का निर्विरोध निर्वाचित घोषित भी कर दिया गया। परंतु इसके बावजूद ग्रामीण भडक गये। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी पर धोखाधडी करने के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनका आरोप था कि कुछ लोगो के प्रभाव में जानबूझकर विपक्षी प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। जबकि यदि मतदान होता तो वह निश्चित रूप हार जाती। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर धोखाधडी करने वाले अधिकारियो के खिलाफ कडी कार्रवाई कराने की मांग की है।

विकास खंड की 85 ग्राम पंचायतों मे 280 वार्डो मे निर्विरोध निर्वाचित घोषित

उधर विकास खंड की 85 ग्राम पंचायतो में 294 रिक्त पदो पर उपचुनाव होना था। जिनमे से 338 नामांकन दाखिल किये गये थे। जिनमे से 14 नामांकन निरस्त कर दिये गये। जबकि 280 वार्डो  में निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिये गये। जबकि 41 वार्डो  में मतदान कराया जाना है। तीन वार्ड ऐसे भी है जिनमे किसी ने भी नामांकन दाखिल नंही किये है।

गौरतलब है कि रविवार को नामांकर दाखिल होने के समय भी गा्रम तिरपडी के ग्रामीणो ने निर्वाचन अधिकारियो पर धंाधली करने के आरोप लगाये थे। ग्रामीणो के आरोप प्रत्यारोप के बीच निर्वाचन प्रकिं्रया की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लग गये है।