मुरादाबाद में किसानों के बीच घुसे अराजकतत्‍वों ने एसएसपी की गाड़ी पर किया हमला, रामपुर एसपी को बचने के लिए लगानी पड़ी दौड़

मुरादाबाद में किसानों के बीच घुसे अराजकतत्‍वों ने एसएसपी की गाड़ी पर किया हमला, रामपुर एसपी को बचने के लिए लगानी पड़ी दौड़

मुरादाबाद :  दिल्ली आंदोलन में शामिल होने जा रहे किसानों के बीच घुस गए अराजकतत्वों ने मंगलवार को जमकर बवाल काटा। बरेली और मुरादाबाद के बीच पुलिस के बैरियर तोड़ डाले। रामपुर जिले की सीमा पर एसएसपी मुरादाबाद प्रभाकर चौधरी की गाड़ी तोड़ दी। एसएसपी के भी पैर में मोच आ गई। रामपुर के एसपी शगुन गौतम की गाड़ी पर डंडे बरसाए। एसपी दौड़े लेकिन, उन्होंने एसएसपी मुरादाबाद को फंसा देखा, तो उन्हें बचाने के लिए भागे। पुलिसकर्मियों ने दोनों को सुरक्षा घेरे में लिया। अराजकतत्वों ने जाम में फंसी रोडवेज बस के शीशे तोड़ डाले।

पीलीभीत और शाहजहांपुर के किसान सोमवार देर रात को वाहनों से दिल्ली जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने समझा दिया। रात में ढाबे पर ठहरे लेकिन, सुबह कुछ और किसान आ गए। वार्ता कर मंगलवार दोपहर 12 बजे फिर दिल्ली के लिए बढऩे लगे। पुलिस ने रोका तो धरना देने लगे। दोपहर करीब तीन बजे कुछ अराजकतत्वों ने बैरियर तोड़ दिया। किसान आगे बढऩे लगे तो अधिकारियों ने समझाया लेकिन, तभी रोडवेज बस में तोडफ़ोड़ कर दी। हाईवे पर चार किमी लंबा जाम लग गया। भीड़ के तेवर देखते हुए पुलिस उन्हें रोक नहीं सकी। शाम तक किसान कोसी पुल तक पहुंच गए। इस बीच जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह, एसपी शगुन गौतम और मुरादाबाद के पुलिस एसएसपी प्रभाकर चौधरी और अन्य अधिकारी भी रामपुर-मुरादाबाद की सीमा पर पहुंचे। दोनों जिलों की पुलिस किसानों को समझा रही थी तभी कुछ अराजकतत्वों ने एसएसपी मुरादाबाद की गाड़ी के शीशे लाठी-डंडों से तोड़ दिए। एसएसपी प्रभाकर चौधरी के पैर में भी चोट लगी। एसपी रामपुर की गाड़ी को घेर लिया। बोनट पर लाठी-डंडे बरसाए। पीछे एस्कार्ट की जिप्सी पर किसान चढ़ गए। एसपी गाड़ी से उतर कर दौड़े लेकिन, फिर मुरादाबाद एसएसपी को फंसा देखा तो लौटकर उन्हें बचाने पहुंचे। सूचना पर आइजी रमित शर्मा, मुरादाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह और मुरादाबाद के एसपी सिटी अमित कुमार वहां भारी फोर्स के साथ पहुंच गए। रात 11 बजे तकमुरादाबाद जिले में मूढ़ापांडे के पास बड़ी संख्या में किसान जमा थे, जिनकी अधिकारियों से वार्ता जारी थी। मौके पर करीब पांच सौ पुलिसकर्मी तैनात हैं।

क‍िसान हुए त‍ितर-ब‍ितर

पुलिस की भीड़ एकत्र होते ही किसान तितर बितर हो गए। आगे बढ़ते हुए किसानों का काफिला पांच किमी दूर मूंढापांडे टोल प्लाजा पर आकर ठहर गया। वहां पहले से भारी फोर्स तैनात है। पुलिस वाहन पर हमला होने की खबर मिलते ही आइजी रमित शर्मा व जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। प्रशासनिक अफसर फिलहाल मूंढापांडे टोल पर  जमे हैं। किसानों से बातचीत का उनका प्रयास जारी है। उधर आगे बढ़ने की जिद पर अड़े किसानों ने लंगर डाल दिया है। करीब पांच सौ पुलिस कर्मी मौके पर तैनात हैं। पूरे जिले के थाना प्रभारी दलबल के साथ मूंढापांडे टोल पर तैनात किए गए हैं।

रात में ही बढ़ा दी गई थी न‍िगरानी 

आंदोलन में शाम‍िल होने के ल‍िए दिल्ली जाने की जुगत में जुटे क‍िसानों की न‍िगरानी एक द‍िन पूर्व ही बढ़ा दी गई थी। योजना बनाकर सोमवार की पूरी रात आइजी रमित शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी क‍िसानों की न‍िगरानी करने में जुटे थे। अंदेशा था क‍ि क‍िसान यहां रोके जाने पर हंगामा कर सकते हैं। ल‍िहाजा पूर्व में ही तैयारियां कर ली गईं थीं। पुलिस और प्रशासन द्वारा रोके जाने पर क‍िसान बरेली-मुरादाबाद-नेशनल हाईवे से होकर द‍िल्‍ली जाने की फ‍िराक में थे। पुलिस को जानकारी म‍िली थी क‍ि इस रास्‍ते करीब एक हजार क‍िसान द‍िल्‍ली आंदोलन में ह‍िस्‍सा लेने जा सकते हैं।

क‍िसानों को मनाने की कोशिश जारी 

क‍िसान अभी भी द‍िल्‍ली क‍िसान आंदोलन में शाम‍िल होने की ज‍िद पर अड़े हुए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी संमय बरतते हुए लगातार उन्‍हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं। क‍िसानों के उग्र होने की वजह से लगातार हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। मौके पर भारी संख्‍या में पुलिस मौजूद हैं। आला अधिकारी भी मौके पर हैं।