गोरखपुर में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, पोते ने दादा-दादी समेत परिवार के तीन लोगों को फावड़े से काट डाला

खून से लथपथ कुबेर जमीन पर गिर पड़े। चीख-पुकार सुनकर बड़े दादा साधु बचाने पहुंचे, लेकिन रामदयाल का खौफनाक रूप देख वह खुद भी शिकार बन गए। जब दादी द्रौपदी ने अपने पोते को रोकने की कोशिश की, तो उसने उन पर भी फावड़ा चला दिया। तीनों के खून से गांव की कच्ची सड़क लाल हो गई।
हत्या के बाद रामदयाल शवों को खींचकर एक जगह बैठ गया। गांववालों ने हिम्मत दिखाकर उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल फावड़ा बरामद कर लिया। घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव,सीओ चौरी चौरा अनुराग ने सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्वजन व गांव के लोगाें से मामले की जानकारी ली।
मां ने भागकर बचाई जान
अविवाहित थे साधु
75 वर्षीय साधु मौर्य अविवाहित थे। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी छोटे भाई कुबेर के साथ ही बिता दी। कुबेर के दो बेटे थे,विजय बहादुर और मेवालाल। लेकिन यह परिवार पहले से ही बिखराव की कगार पर था। मेवालाल हाल ही में छेड़खानी के मामले में जेल से छूटकर आया था, और विजय बहादुर अक्सर घर से गायब रहता है।एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसिक रुप से अस्वस्थ पौत्र ने फावड़े से हमला कर दादा, बड़े दादा व दादी की हत्या की है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। गांव में शांति-व्यवस्था है। घटना से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच चल रही है।