१८६७ में गुघाल मेले के नाम थी करीब ४०० बीघा जमीन

१८६७ में गुघाल मेले के नाम थी करीब ४०० बीघा जमीन
  • सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते श्री गुग्घा म्हाड़ी सुधार सभा के पदाधिकारी।

सहारनपुर। श्री गुग्घा म्हाड़ी सुधार सभा के पदाधिकारियों ने नगर निगम प्रशासन से मेला गुघाल में श्रद्धालुओं के लिए शौचालय व पेयजल आदि मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की गई।

श्री गुग्घा म्हाड़ी सुधार सभा के पदाधिकारियों ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए आरोप लगाया कि सन् 1867 में गुघाल मेले के नाम लगभग 400 बीघा जमीन दर्ज है जो उस वक्त लोगों द्वारा दान की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 1914 में इस भूमि से मेला गुघाल का नाम हटाकर इसे बंजर बना दिया गया है। जबकि इस भूमि के नम्बर वही रहे। उन्होंने आरोप था कि लोगों द्वारा जमीन पर अवैध कब्जा कर उसे अपने नाम कर लिया गया है जिसके चलते श्री गुग्घा म्हाड़ी सुधार सभा मुख्यमंत्री स्तर पर 1967 से इस बंदोबस्त की जांच करवाने तथा अवैध अतिक्रमण को हटवाने की गुहार लगाएगी। वार्ता के दौरान डा. दिनेश उपाध्याय, गुलशन सागर, अनिल प्रताप सैनी, ओमप्रकाश सैनी, विकास सैनी, कमल कश्यप, रविंद्र कुमार, अरविंद, संजय सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।