15 से 20 दिन में ऑक्सीजन से भरा सिलेंडर खाली हो कर बन जाएगा शोपीस

- सहारनपुर में प्रोग्रेसिव स्कूल्स सोसायटी के संयोजक सुरेंद्र चौहान का फाइल फोटो।
सहारनपुर [24CN] । देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते एक ओर जहां लोगों को अस्पतालों में बैड के साथ आक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर अनेक लोगों द्वारा बिना आवश्यकता के आक्सीजन सिलेंडर खरीदकर अपने घरों में रखे जा रहे हैं क्योंकि ऐसे लोग जिन्हें कोरोना से बीमार होने का भय सता रहा था। उन्होंने ऑक्सीजन गैस से भरे सिलेंडर दोगुने तिगने दामों में कर अपने घर पर इसलिए रख दिए कि यदि घर का कोई सदस्य बीमार हो गया, तो उसके काम आएगा। यह उन लोगों को चौंकाने वाली खबर है।
आक्सीजन सिलेंडर में 1500 से लेकर 2000 पौंड तक प्रेशर होने के कारण गैस से भरा रखा गया सिलेंडर धीरे-धीरे रिसाव के चलते मात्र 15 से 20 दिन में खाली हो जाता है। इस कारण लोगों द्वारा अपने घरों में रखे गए आक्सीजन सिलेंडर उपयोग से पहले ही खाली हो सकते हैं। जिन लोगों ने बिना आवश्यकता के अपने घरों में आक्सीजन सिलेंडर खरीदकर रखे हैं, उन्हें वापस कर देना चाहिए ताकि जरूरतमंद लोगों के काम का सके।
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अस्पतालों में मरीजों के भारी संख्या में भर्ती होने से अनेक अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी हो गई है। इस कारण आनन-फानन में शासन-प्रशासन स्तर पर आक्सीजन के नए प्लांट लगाने का काम किया जा रहा है ताकि आक्सीजन की कमी को दूर किया जा सके। इसी बीच एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। कि आक्सीजन सिलेंडर में 1500 से 2000 पौंड तक प्रेशर होने के कारण अधिकांश सिलेंडरों में धीरे-धीरे गैस का रिसाव होता रहता है। परिणाम स्वरूप मात्र 15 से 20 दिन में खाली हो जाते हैं।
इसका कारण यह बताया जाता है। कि अधिकांश आक्सीजन सिलेंडर की वाल्व इतनी टाइट नहीं होती कि वह 1500 से 2000 पौंड के दबाव को सहन कर सके। परिणामस्वरूप जिस तरह गुब्बारे में धीरे-धीरे गैस कम होने लगती है, उसी तरह आक्सीजन सिलेंडर भी धीरे-धीरे 15 से 20 दिन में खाली हो जाता है। उधर विशेषज्ञों का कहना है कि एक बड़ा आक्सीजन सिलेंडर एक मरीज को मात्र दस से 12 घंटे तक ही आक्सीजन की सप्लाई कर सकता है।
उधर जिला प्रशासन द्वारा भी प्राइवेट लोगों को बिना अनुमति के आक्सीजन सिलेंडर की रिफलिंग पर रोक लगा रखी है। ऐसे में घरों में खरीदकर रखे गए आक्सीजन सिलेंडर मात्र शोपीस बनकर रह जाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है। कि जिन लोगों ने बिना जरूरत के आक्सीजन सिलेंडर खरीदकर घर रखे हैं उन्हें वापस कर कोविड के मरीजों एवं इस महामारी से दिन रात जंग लड़ रहे जिला प्रशासन का सहयोग करना चाहिये।