बौखलाए इमरान खान की गीदड़ भभकी, कहा- अब मूकदर्शक नहीं बनूंगा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर गीदड़ भभकी देते हुए कहा कि अगर सैन्य हमले जारी रहे तो हम मूक दर्शक नहीं बने रहेंगे। रविवार को इमरान खान ने ट्वीट कर लिखा कि मैं भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट करना चाहता हूं कि अगर लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के पार भारत अपने सैन्य हमले जारी रखता है तो पाकिस्तान मूकदर्शक बना नहीं रहेगा।
इमरान ने ट्वीट किया कि भारतीय सेना द्वारा एलओसी के पार नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें मारा जा रहा है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को तत्काल कश्मीर में ‘भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह’ को जाने की अनुमति देनी चाहिए
पाक प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि मैं भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट करना चाहता हूं कि अगर भारत ने एलओसी के पार नागरिकों को मारने वाले अपने सैन्य हमलों को जारी रखा, तो पाकिस्तान मूकदर्शक बना नहीं रहेगा।
दरअसल, पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन के बाद भारत जवाबी कार्रवाई करता है। इस जवाबी कार्रवाई से इमरान खान बौखला गए हैं।
जम्मू-कश्मीर: पाकिस्तान ने पुंछ-राजोरी में दागे गोले
पाकिस्तानी सेना लगातार सीजफायर उल्लंघन करता रहा है। शनिवार को एलओसी पर पुंछ तथा राजोरी जिले में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गोले दागे। पुंछ के मेंढर तथा राजोरी के नौशेरा सेक्टर में सेना की अग्रिम चौकियों के साथ ही रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी की गई। मेंढर में गोलाबारी इतनी ज्यादा थी कि क्षेत्र के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। हालांकि, गोलाबारी में किसी नुकसान की सूचना नहीं है। सेना ने भी गोलाबारी का करारा जवाब दिया है।
पाकिस्तानी सेना ने मेंढर सेक्टर में करीब 45 मिनट तक मोर्टार दागे। गोलाबारी के चलते क्षेत्र के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार से गोले दागने शुरू कर दिए, जिससे पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बन गया। सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद करीब 1:15 बजे गोलाबारी थम गई। नौशेरा सेक्टर के एलओसी क्षेत्र में पुखरनी (लाम) में छोटे बडे़ हथियारों से गोलाबारी की। सेना की चौकियों को निशाना बनाया। दोपहर पौने दो बजे शुरू हुई गोलाबारी शाम चार बजे तक जारी रही।
ज्ञात हो कि इससे पहले एलओसी से घुसे तीन आतंकियों की सुराग के लिए चलाए गए ऑपरेशन में कलाल से सटे गांव खेड़ी में मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हो गए थे मगर आतंकियों का कोई सुराग नहीं लग पाया था।