उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आज अमित शाह की अहम बैठक, जानिए किन मुद्दों पर होगी चर्चा
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दिल्ली के विज्ञान भवन में उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में गृह मंत्री राज्यों के मौजूदा हालात की समीक्षा करेंगे और वामपंथी उग्रवाद (LWE) से निपटने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में कौन-कौन होंगे शामिल?
इस बैठक में आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों में सहयोग कर रहे पांच केंद्रीय मंत्रालयों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे। उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक का हिस्सा होंगे।
वामपंथी उग्रवाद का अंत 2026 तक करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार 2026 तक वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों को इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
2023 में हुई थी पिछली समीक्षा बैठक
पिछली समीक्षा बैठक 6 अक्टूबर, 2023 को हुई थी, जिसमें वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। तब गृह मंत्रालय ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार की प्रभावी रणनीति के कारण 2010 की तुलना में 2023 में उग्रवादी हिंसा में 72% की कमी आई है, जबकि मौतों में 86% की कमी दर्ज की गई है।
सुरक्षाबलों की अभूतपूर्व सफलता
2024 के आंकड़ों के मुताबिक, सुरक्षा बलों को माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। 2024 के पहले नौ महीनों में 202 माओवादी मारे गए, जबकि 723 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। साथ ही, 2024 में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों की संख्या घटकर सिर्फ 38 रह जाएगी।
यह बैठक केंद्र और राज्यों के बीच उग्रवाद को खत्म करने और सुरक्षा के साथ-साथ विकास कार्यों को और गति देने के उद्देश्य से की जा रही है।