खबर का असर: अघ्याना के नवनिर्मित मिनी स्टेडियम मे युवा कल्याण विभाग ने मिटटी डालनी शुरू की

खबर का असर: अघ्याना के नवनिर्मित मिनी स्टेडियम मे युवा कल्याण विभाग ने मिटटी डालनी शुरू की
स्टेडियम मे डाली गयी मिटटी को ट्रैक्टर लेवल करते हुआ

नकुड [इंद्रेश]। मीडिया में स्टेडियम की अनियमिताएं उजागर होने के बाद युवा कल्याण विभाग ने अपनी नाकामियों को ढकने के लिये अघ्याना के नवनिर्मित मिनी स्टेडियम मे मिटटी डालने का काम शुरू किया है।

मंगलवार को 24 सीटी न्यूज ने अघ्याना मे बने मिनी स्टेडियम के निर्माण मे बरती गयी अनियिमिताओ को प्रमुखता से उजागर किया था। जिसका बडा असर हुआ है। समाचार प्रकाशित होने के बाद युवा कल्याण विभाग ने बुद्धवार को ही डंपर लगाकर स्टेडियम मे मिटटी डालने का काम शुरू कराया। स्टेडियम की बाउंण्डरी वाल के नीचे आरपार बन गये होल को ढकने के लिये उन्हे मिटटी से ढका जा रहा है।

बाउंडरी वाल के पास मिटटी लगाते मजदूर

इसके अलावा मिनी स्टेडियम मे बनाये गये कथित ट्रैक मे पडे कंकर पत्थर व कांच को ढकने के लिये उसमे भी मिटटी डाली जा रही है। हांलाकि ट्रैक बनाने मे तकनीकी कमी को पूरा करने का प्रयास नही किया गया है। स्टेडियम के बराबर मे स्थित पीएचसी की ओर बांउरी वाल क्यों नहीं बनीं तथा एक चौथायी हिस्से मे खडे लिप्टिस के पेड व झाड झंकाडो का क्या होगा इन सवालो के जवाब अभी भी अनूत्तरित ही है।

इसके अलावा स्टेडियम की दक्षिणी बाउंडरी वाल के साथ स्टेडियम का एक बडा हिस्सा अभी भी उबड खाबड है। उसके लेवलिंग करायी जायेगी या नही? हाल के फर्श मे पडी दरारे युवा कल्याण विभाग के भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है। विहिप के जिलाध्यक्ष दिग्विजय त्यागी, अघ्याना निवासी मा. कृष्णदत्त त्यागी, राबिन त्यागी, मोहित त्यागी व बीडीसी सदस्य कपिल त्यागी ने कहा कि मात्र मिटटी डालकर भ्रष्टाचार को नही ढका जा सकता। स्टेडियम के निर्माण प्रक्रिया व गुणवत्ता की निष्पक्ष जांच में ही अनियमितताएं स्पष्ट होंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस स्टेडियम मे के निर्माण व गुणवत्ता की जांच कराने की माग की है।