खून चढ़ाने से पहले सभी प्रकार की जांचे जरूरी: आईएमए
- सहारनपुर में आईएमए भवन में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद चिकित्सक।
सहारनपुर। मैक्स बीएलके अस्पताल से आये हेमेटोऑंकोलॉजिस्ट एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉक्टर धर्मा चैधरी ने मरीजों में खून की कमी के कारणों और इसकी जांच प्रक्रिया के विषय में व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि खून चढ़ाने से पहले सभी प्रकार की जांच कर लेना सही रहता है।
डा. चैधरी आज आईएमए भवन में एनीमिया विषय पर आयोजित सेमिनार को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मरीज में खून बढ़ाने के लिये आयरन का इंजेक्शन केवल आईसीयू सेटअप में ही देना चाहिए क्योंकि इससे कई बार एलर्जीक रिएक्शन होने की संभावना रहती है, मरीज में हीमोग्लोबिन की अत्यधिक कमी होने पर खून चढ़ाने के लिए भी मरीज को आईसीयू में ही भर्ती करके खून चढ़ाना क्योंकि ऐसे मरीजों में हार्ट फेल का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि खून की जांच के लिए सीबीसी सबसे सरल और सुलभ जांच है जिसके विषय में सभी चिकित्सको को पता होना चाहिए। इसके साथ ही मरीजो में अनेको बीमारियों में प्लेटलेट्स की कमी हो जाने पर मरीज में प्लेटलेट्स चढ़ाने की गाइडलाइंस के विषय में विस्तार से चर्चा की।
आईएमए अध्यक्ष डॉ नरेश नोसरान ने कहा कि भारत मे 60 प्रतिशत बच्चे, 25 प्रतिशत पुरुष और लगभग 65 प्रतिशत महिलाओ में खून की कमी पाई जाती है। इसमें शरीर मे थकान, कमजोरी और भूख ना लगने के लक्षण सबसे पहले दिखते है, उचित खानपान और दवाओ से यह आसानी से सही हो जाता है, लेकिन लापरवाही करने से अनीमिया में लिवर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कार्यक्रम में आईएमए सचिव डॉ महेश चन्द्रा ने आईएमए के अगले एक साल में होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा सबके सामने रखी। कार्यक्रम में आईएमए कोषाध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल, डॉ मनदीप सिंह, डॉ प्रवीण शर्मा, डॉ कलीम अहमद, डॉ रविकान्त निरंकारी, डॉ इंदिरा भार्गव, डॉ गुनिता जैन, डॉ ननिता चंद्रा, डॉ रेनू सिंघल, डॉ ड़ी के गुप्ता, डॉ अंकुर उपाध्यय, डॉ प्रशांत खन्ना, डॉ उदयराज,डॉ रिक्की चैधरी, डॉ पूनम मखीजा, डॉ संजीव मिगलानी, डॉ राहुल सिंह, डॉ स्वर्णजीत सिंह, डॉ संदीप गर्ग, डॉ अनुज पंवार, आदि ने चर्चा में भाग लिया।