मिक्सोपैथी के खिलाफ आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने की रिले भूख हड़ताल
- सहारनपुर में मिक्सोपैथी के खिलाफ रनिंग भूख हड़ताल करते चिकित्सक।
सहारनपुर [24CN] । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों ने मिक्सोपैथी के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन की कड़ी में आईएमए सभागार में रिले भूख हड़ताल कर अपना रोष व्यक्त किया तथा मिक्सोपैथी के निर्णय को वापस लेने की मांग की। आईएमए से जुड़े चिकित्सक अध्यक्ष स. मंदीप सिंह के नेतृत्व में आईएमए सभागार में एकत्र हुए तथा केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने के खिलाफ रिले भूख हड़ताल शुरू की। आईएमए के अध्यक्ष डा. मंदीप सिंह ने बताया कि आईएमए द्वारा मिक्सोपैथी के खिलाफ विगत 1 फरवरी से आगामी 14 फरवरी तक पूरे देश में रिले भूख हड़ताल का आयोजन किया जा रहा है क्योंकि यह एक गांधीवादी सिद्धांत पर चलकर सत्याग्रह का एक तरीका है जिससे हम अपने पेशे की पवित्रता को बनाए रखेंगे।
उनका कहना था कि सरकार को चिकित्सकों की पीड़ा और आम जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तुरंत अपने इस निर्णय को वापस लेना चाहिए। वक्ताओं का कहना था कि भारतीय स्वास्थ्य सेवाएं और भारतीय चिकित्सकों ने दुनिया में अपना नाम रोशन किया है। देश का स्वास्थ्य उसकी स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर करता है। उनका कहना था कि आज विभिन्न तरह की स्वास्थ्य सेवाएं, आयुर्वेद, सिद्धा, यूनानी आदि पद्धतियां अनुसंधान पर आधारित हैं। हम सब पद्धतियों का स्वागत करते हैं और यह चाहते हैं कि हर पद्धति प्रयास करें कि ताकि अधिक से अधिक लोग उस पर विश्वास कर सकें। रिले भूख हड़ताल में अध्यक्ष डा. मंदीप सिंह, सचिव डा. कर्मवीर सिंह, कोषाध्यक्ष डा. विकास अग्रवाल, डा. अनिल भल्ला, डा. डी. के. गुप्ता, डा. शादाब अंसारी, डा. अनुपम मलिक, डा. महेश ग्रोवर, डा. सवर्णजीत सिंह, डा. कलीम अहमद, डा. विवेक बनर्जी, डा. सी. एम. कमाल, डा. राजीव गर्ग, डा. महेश चंद्रा, डा. नूतन उपाध्याय, डा. ननिता चंद्रा समेत भारी संख्या में चिकित्सक व मेडिकल स्टूडेंट शामिल रहे।
