यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना है तो पूरे देश में करें – BJP पर केजरीवाल का हमला

यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना है तो पूरे देश में करें – BJP पर केजरीवाल का हमला

गुजरात सरकार के राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के फैसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.

New Delhi : आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को भावनगर सिविल यूनिफॉर्म कोड को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की तो नीयत ही खराब है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है, लेकिन यह सिविल कोड उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में नहीं लागू कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनावों के बाद गुजरात की समिति भी अपने घर चली जाएगी. अरविंद केजरीवाल ने सिविल यूनिफॉर्म कोड का समर्थन करते हुए कहा कि संविधान के प्रावधान के अनुसार पूरे देश में इसे लागू करना चाहिए.

केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं क्या? उन्होंने कहा कि बीजेपी से जाकर पूछो कि केजरीवाल कह रहे हैं कि आपको यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना नहीं है या आपकी नियत खराब है. बता दें कि गुजरात सरकार ने प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का फैसला लिया है. गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले इसे बीजेपी की तरफ से मास्टर स्टोक माना जा रहा है.

चुनाव आदर्श संहिता लागू होने से पहले किया जाएगा समिति का गठन

गुजरात सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए एक समिति गठित करने फैसले की जानकारी शनिवार को दी. राज्य मंत्रिमंडल की शनिवार को हुई बैठक के दौरान समिति के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. इसे भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली कैबिनेट की आखिरी बैठक माना जा रहा है, क्योंकि राज्य चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा अगले सप्ताह होने की उम्मीद है. गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले समिति का गठन किया जाएगा.

वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए कमेटी गठित करने की गुजरात की बीजेपी सरकार के फैसले से जनता भ्रमित नहीं होगी. कांग्रेस ने इस फैसले को विधानसभा चुनाव से पहले का चुनावी दांव बताया है.

Jamia Tibbia