मौसम साथ दे तो जून से 45 मिनट में करें दिल्ली से मेरठ का सफर
दिल्ली से मेरठ का सफर 45 मिनट में पूरा कराने के लिए अब एनएचएआई की तरफ से दिन-रात कार्य किया जाएगा। डासना से मेरठ (32 किमी) तक जीआर इंफ्रा की तरफ से 1100 कर्मचारी काम में जुटे हैं, लेकिन अब इस संख्या को दोगुना कर निर्माण कार्य में रफ्तार देने की तैयारी है।
अगर मौसम ने साथ दिया तो जून-2020 तक एनएचएआई आपको दिल्ली से मेरठ का सफर मात्र 45 मिनट में पूरा कराने का वादा कर रहा है। इससे दिल्ली से मेरठ जाने वाले लोगों को राहत मिलने जा रही है। जहां अभी दिल्ली से मेरठ का सफर चार से पांच घंटों मेें पूरा होता है, लेकिन एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह घटकर मिनटों में रह जाएगा।
शुक्रवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने एनएचएआई प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार के साथ डासना से मेरठ तक निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। यहां कई स्थानों पर मौसम के साथ न देने के कारण अभी सड़क को अंडरपास से जोड़ने का काम रुका हुआ है। बारिश होने से मिट्टी का बेस तैयार नहीं हो पा रहा है। इससे प्रोजेक्ट कार्य में देरी हो रही है।
वहीं, कई स्थानों पर अभी डामर की सड़क को भी तैयार किया जाना है। हाल ही में बृहस्पतिवार देर रात से हो रही बारिश ने भी कार्य में व्यवधान डाल दिया है। इससे भी कार्य अब दो-तीन दिन तक बाधित रहेगा।
यहां चल रहा धीमा कार्य
कुशालिया गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस -वे को जोड़ रहा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का कार्य धीमा है। यहां दोनों एक्सप्रेस-वे आपस में जुड़ रहे हैं। लेकिन यहां कार्य की रफ्तार बेहद धीमी है। इस स्थान पर परतापुर तिराहे की तरह ही कनेक्टर बनाया जाना है। यहां एनएचएआई को जमीन पर कब्जा भी काफी दिनों बाद मिला है।
इस स्थान पर मुआवजा प्रकरण में हुए घपले की वजह से किसानों ने कार्य पर रोक लगा दी थी। इस मामले के निस्तारण के बाद यहां कार्य को गति मिली है। इसके अलावा यूपी गेट से डासना से आने वाले चरण में डासना तक जोड़े जाने वाले ओवरब्रिज का कार्य भी अधूरा है।