‘अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं तो विकल्प खुले हैं’, शशि थरूर ने कांग्रेस को दिया सीधा मैसेज

‘अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं तो विकल्प खुले हैं’, शशि थरूर ने कांग्रेस को दिया सीधा मैसेज
नई दिल्ली। चार बार के सांसद शशि थरूर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद से शशि थरूर नाराज है। दरअसल, थरूर ने राहुल गांधी से पार्टी में अपनी भूमिका के बारे में पूछा था। मगर राहुल गांधी से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है।उधर, केरल कांग्रेस भी शशि थरूर पर हमलावर है। मगर अब शशि थरूर ने अपनी बात खुले तौर पर रखनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास विकल्प मौजूद हैं। शशि थरूर के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ गई है।

पार्टी के लिए मैं उपलब्ध हूं: थरूर

शशि थरूर ने हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा था। इसमें उन्होंने केरल की पिनाराई विजयन सरकार की जमकर तारीफ की थी। वहीं पीएम मोदी की फ्रांस और अमेरिका यात्रा की भी थरूर प्रशंसा कर चुके हैं। कांग्रेस शशि थरूर की इसी पहल से नाराज है। अब इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैं पार्टी के लिए उपलब्ध हूं। अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास विकल्प मौजूद हैं।

कांग्रेस के खिलाफ रहने वालों ने भी मुझे वोट दिया

शशि थरूर केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम में पार्टी से अधिक मेरी अपील का प्रभाव लोगों पर है। कांग्रेस के खिलाफ रहने वाले लोगों ने भी मुझे वोट दिया है। इससे साफ है कि लोगों को मेरा बात करने और व्यवहार करने का तरीका पसंद है।

कांग्रेस को अपना दायरा बढ़ाना होगा

शशि थरूर ने कहा कि केरल में कांग्रेस को अपने मतदाता से हटकर अन्य लोगों को भी अपनी ओर खींचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से मिला समर्थन इसका उदाहरण है। थरूर ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़त के बाद कांग्रेस लगातार विधानसभा चुनाव में हार रही है। अगर कांग्रेस ने अन्य लोगों तक पहुंच नहीं बनाई तो केरल में लगातार तीसरी बार विपक्ष में बैठना पड़ेगा। बता दें कि केरल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

पीएम मोदी और केरल सरकार की तारीफ पर क्या बोले?

पीएम मोदी और केरल सरकार की तारीफ के बाद से उपजे विवाद पर भी शशि थरूर ने खुलकर बात रखी। थरूर ने कहा कि जब भी केरल और देश की बात आती है तो मैं हमेशा निडरता से अपने विचार रखता हूं। मैंने कभी संकीर्ण राजनीतिक नहीं की। मैं एक नेता की तरह नहीं सोचता हूं। यही वजह है कि मैं कभी-कभी विपक्षी पार्टियों और सरकार की अच्छी पहल की तारीफ भी करता हूं।