लॉकडाउन नहीं करती सरकार तो अब तक हो सकते थे साढ़े आठ लाख लोग कोरोना से संक्रमित

लॉकडाउन नहीं करती सरकार तो अब तक हो सकते थे साढ़े आठ लाख लोग कोरोना से संक्रमित

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की संख्या में 500 से ज्यादा की वृद्धि हुई है जिसके साथ ही मरीजों की संख्या 6412 पर पहुंच गई है और इस संक्रमण के कारण अब तक 199 लोगों की मौत हुई है। वहीं देश में कोरोना वायरस के चलते 21 दिन का लॉकडाउन किया गया ताकि लोगों इससे बच सकें।   अब ICMR की रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

सरकार के लॉकडाउन के फैसले का पड़ा बड़ा असर 
ICMR की रिसर्च में पता चला है कि सरकार के लॉकडाउन के फैसले का बड़ा असर पड़ा है। रिसर्च के अनुसार, यदि सरकार लॉकडाउन नहीं करती तो अभी तक देशभर में 8.20 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते थे और देश एक बड़ी मुसीबत में फंस सकता था। आईसीएमआर का अनुमान R0-2.5 के सिद्धांत पर आधारित है। इस सिद्धांत के मुताबिक अगर लॉकडाउन नहीं किया जाता है तो कोरोना से प्रभावित एक व्यक्ति 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है।  जबकि लॉकडाउन के चलते उसकी क्षमता महज 2.5 लोगों को संक्रमित करने तक रह जाती है।

 अब तक विश्व में 95080 लोगों की मौत 
आपको बतां दे कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब विश्व के अधिकतर देशों (205 देशों और क्षेत्रों) में फैल चुके इस संक्रमण के कारण अब तक 95080 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 1592036 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।