10 फीट के कमरे में शुरू की सपनों की उड़ान, एयर होस्टेस बनी तो परिवार से मिलने गांव आई, लौटते समय प्लेन क्रैश में मौत

10 फीट के कमरे में शुरू की सपनों की उड़ान, एयर होस्टेस बनी तो परिवार से मिलने गांव आई, लौटते समय प्लेन क्रैश में मौत

अहमदाबाद प्लेन हादसे में 297 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में जान गंवाने वाले 241 लोग प्लेन में ही सवार थे। इनमें यात्रियों के अलावा क्रू मेंबर भी शामिल हैं। डोंबिवली की रहने वाली एयर होस्टेस रोशनी सोनघरे की भी इस हादसे में मौत हो गई। रोशनी के मामा ने बताया कि वह डोंबिलवी में उनके घर में ही पली बढ़ी थी। वहीं, 10×10 के छोटे से कमरे में एयर होस्टेस बनने का सपना देखा था और अपनी मेहनत के दम पर इसे पूरा भी किया।

रोशनी के मामा ने कहा “उसका सपना था, एयर होस्टेस बनने का। उसके पिता एक टेक्नीशियन हैं। वो चाहती थी कि वो कुछ अलग करे, अपने पंख फैलाए और उसने वही किया। शुरुआत में उसने दो साल स्पाइस जेट में काम किया। इसके बाद उसे एयर इंडिया में नौकरी मिल गई। दो दिन पहले ही वो गांव आई थी। दादी-दादा, चाचा-चाची से मिली और कुलदेवता के दर्शन किए, लेकिन जैसे ही घर लौटी, उसे लंदन की फ्लाइट मिल गई और वो वापस रवाना हो गई।”

मां को नहीं दी हादसे की जानकारी

रोशनी की शादी अभी तय नहीं हुई थी। करीब एक हफ्ते पहले उसके मामा ने उससे बात की थी और पूछा था कि शादी के बारे में क्या सोचा है? इसके जवाब में रोशनी ने कहा था कि जो लड़का उसे पसंद होगा, उसी से शादी करेगी। रोशनी की मां को अभी तक कुछ नहीं बताया गया है। उन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, इसलिए फिलहाल कुछ बताना मुमकिन नहीं हुआ। उसका छोटा भाई जहाज पर है, लेकिन अब उसके बड़े भाई, पिता और अन्य परिजन अहमदाबाद जा चुके हैं।

Roshni Songhare

 

डोंबिवली के लोगों ने की मदद

रोशनी के मामा ने बताया कि डोंबिवली के लोगों ने बहुत सहयोग किया है। वहीं एयरलाइन को लेकर उन्होंने कहा कि एयर इंडिया की ओर से अभी तक परिवार को कोई आधिकारिक फोन नहीं आया है। हालांकि, एयर इंडिया के कुछ सहकर्मी अहमदाबाद में परिवार के साथ मौजूद हैं।