पीएम मोदी निभा रहे दोस्ती तो एक भारतवंशी ही पुतिन पर लगा रहा प्रतिबंध

- दलीप सिंह अमेरिका के इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर और नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं.
वॉशिंगटन: महायुद्ध की ओर बढ़ रहे रूस-यूक्रेन (Russia Ukraine War) संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से अपनी परंपरागत दोस्ती निभा रहे हैं. हालांकि अमेरिका औऱ पश्चिमी देश रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की राह पर आगे बढ़ चुके हैं. इस संदर्भ में रोचक बात यह है कि रूस के खिलाफ दंडात्मक प्रतिबंध लगाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) प्रशासन के प्रयासों का नेतृत्व एक भारतवंशी आर्थिक सलाहकार दलीप सिंह कर रहे हैं. दलीप सिंह बाइडन प्रशासन में अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के मामलों में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तथा राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के उप निदेशक हैं.
दलीप का जन्म मैरीलैंड में हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दलीप सिंह के माता-पिता 70 के दशक में भारत छोड़ अमेरिका में बस गए थे. उनका जन्म मैरीलैंड में हुआ. दलीप जब सात वर्ष के थे तब उनके पिता उत्तरी कैरोलिना में बस गए. सिंह ने ड्यूक विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और सार्वजनिक नीति में स्नातक की डिग्री ली. फिर उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) और हार्वर्ड कैनेडी स्कूल से अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र में और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में दोहरी मास्टर डिग्री की. सिंह ने फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क के कार्यकारी उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया. इसके बाद वह कुछ समय के लिए ओबामा प्रशासन के तहत वित्तीय बाजारों के लिए ट्रेजरी के सहायक सचिव भी रहे हैं.
रूस के खिलाफ ये उठाए दंडात्मक कदम
अगर व्हाइट हॉउस की प्रवक्ता जेन साकी के बयानों को ही आधार बनाएं तो दलीप सिंह राष्ट्रपति जो बाइडन के करीबी माने जाते हैं. इस वक़्त दलीप सिंह अमेरिका के इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर और नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं. रूस-यूक्रेन विवाद बढ़ने के बाद दलीप सिंह व्हाइट हाउस के प्रेस कक्ष से कई बार बयान जारी कर चुके हैं. उन्होंने रूस के खिलाफ बड़ा दंडात्मक फैसले करते हुए रूस की प्राकृतिक गैस पाइपलाइन ‘नार्ड स्ट्रीम-2’ का परिचालन रोक दिया है. हालांकि इसका खामियाजा अमेरिका को भी भुगतना पड़ेगा, क्योंकि अमेरिका इस पाइपलाइन में 11 अरब डालर का निवेश कर चुका है. इसके अलावा दलीप सिंह ने ही 50 अरब डालर की संपत्ति वाले रूस के पांचवें सबसे बड़े संस्थान वीईबी को वैश्विक वित्तीय प्रणाली को अवरुद्ध कर दिया है. साथ ही 35 अरब डालर की संपत्ति वाले प्रेम्सवाजबैंक को भी पूरी तरह ब्लॉक कर दिया है. बताते हैं कि ये दोनों बैंक समग्र रूप से 750 अरब डालर की संपत्ति रखते हैं, जो रूसी बैंकिंग प्रणाली की करीब आधी है. इसके अलावा पुतिन के करीबी तीन खरबपतियों पर भी प्रतिबंध लगाने में दलीप सिंह की खासी भूमिका रही है.