विद्यालय खोलने की अनुमति नही मिली तो एक फरवरी से मान्यता प्राप्त विद्यालयो के संचालक स्वंय ही विद्यालय खोल लेंगे, करेगे चुनाव का बहिष्कार

विद्यालय खोलने की अनुमति नही मिली तो एक फरवरी से मान्यता प्राप्त विद्यालयो के संचालक स्वंय ही विद्यालय खोल लेंगे, करेगे चुनाव का बहिष्कार
  • ज्ञापन देने के लिये तहसील मे एकत्रित हुए विद्यालयो के संचालक

नकुड [ इंद्रेश ]। मान्यता प्राप्त विद्यालयो के संचालको ने प्रदेश में विद्यालयो को बंद करने पर गहरी नाराजगी जताते हुए आगामी 1 फरवरी से विद्यालय खोले जाने की मांग की है। प्रशासन द्वारा विद्यालय खोलने की अनुमति न देने की स्थिति में उन्होंने स्वंय ही विद्यालय खोलने की चेतावनी दी है।

यंहा मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को संबोधित तथा उपजिलाधिकारी को दिये ज्ञापन में सरसावा व नकुड व गंगोह क्षेत्र के विद्यालयो के संचालको ने कहा कि सरकार ने न तो सरकारी या गैरसरकारी कार्यालय ही बंद किये है ओर न ही बाजार। पंरतु कोरोना का बहाना करके विद्यालयो को बंद कर दिया है। जिससे इन मान्यता प्राप्त विद्यालयो की आर्थिक स्थिति चरमरा गयी है। वे अपने कर्मचारियो को वेतन तक देने की स्थिति मे नहंी है। साथ ही इन विद्यालयो मे पढ रहे छात्र छात्राओ के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।

इस मौके पर मान्यता प्राप्त विद्यालय महासंघ के ब्लाक नकुड अध्यक्ष दिनेश गुप्ता व सरसावा के ब्लाक अध्यक्ष प्रवीण शर्मा व गंगोह के ब्लाक अध्यक्ष सोमपालसैनी उन्होने कहा कि हरियाणा में एक फरवरी से विद्यालय खोलने के आदेश जारी किये है। जबकि कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्टर में पहले ही विद्यालय खुल गये है। संघ के पदाधिकारियो ने प्रदेश सरकार से एक फरवरी से विद्यालय खोलने की अनुमति देने का आग्रह करते हुए चेताया कि यदि विद्यालय खोलने की अनुमति नंही दी गयी तो वे स्वयं ही अपने विद्यालय एक फरवरी से खोल लेगे। यदि प्रशासन ने किसी विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई की तो वे अपने विद्यालय बंद करके चुनाव का बहिष्कार कर देगे। इस मौके पर वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष प्रीतमसिंह, नरेश चंद शर्मा , बलबीरसिंह, ब्रजपालसिंह, आदि उपस्थित रहे।