न्याय न मिला तो मेाहडा गांव से छह धनगर परिवारों ने की पलायन की घोषणा

न्याय न मिला तो मेाहडा गांव से छह धनगर परिवारों ने की पलायन की घोषणा
  • घरों पर लिखा मकान बिकाऊ हैं

गंगोह [24CN] : आरोपियों के खिलाफ पुलिस कायर्वाही न होने से असंतुष्ट गांव मोहडा में धनगर समाज के लोगों ने अपने मकानों पर बिकाऊ है लिखकर गांव से पलायन करने की घोषणा कर दी है। जिससे राजनीतिक हल्कों व पुलिस प्रशासन में हडकम्प मच गया है। प्रकरण में खींचे जाने के प्रयासों को विधायक किरतसिंह ने राजनीति प्रेरित बताया है।

कोतवाली अंतर्गत मोहड़ा में चल रहे नशे के कारोबार के खिलाफ आवाज बुलन्द करने से नाखुश आरोपी ने 27 जून को आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजेन्द्र के घर में घुसकर सरियो डंडो से बहुत ज्यादा मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। आरोपी की शिकायत पर गांव पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली ले आई। आरोप है कि पुलिस ने घण्टांे थाने में बिठाकर उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा, दुसरे पक्ष को भी मेडिकल को थाने से चिट दे दी गयी। अगले दिन तक रिपोर्ट न होने पर पीडित बजरंगदल कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गया तो उसका मुकदमा दर्ज हो सका। आरोप है कि पीड़ित के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज कर दिया गया। मगर तीन दिन बीतने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हो सकी। अब पीड़ित और उसके परिवार सहित आधा दर्जन परिवार गांव से पलायन को मजबूर हो गए है, सभी के द्वारा घरों के बाहर पलायन के बोर्ड लगा दिए गए है।

ग्राम प्रधान राजू चैधरी का कहना है कि गांव में पंचायत कर मामले का निपटारा करने का प्रयास किया जा रहा है। उनका प्रयास हर हाल में पीडित पक्ष को पलायन से रोकना है।

कोतवाली प्रभारी भानू प्रताप सिंह ने पलायन करने के पोस्टर लगने से इंकार करते हुए कहा है कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। उन्होंने पलायन की बात को गांव की घटिया राजनीति बताया है। प्रकरण में खींचने को लेकर होने वाले प्रयासों को राजनीति प्रेरित बताते हुए विधायक किरतसिंह ने तमाम आरोपों को नकारते हुए इसे राजनीति प्रेरित करार दिया है। उनका कहना है कि विरोधी उनकी छवि धूमिल करने के लिए औछे हथकण्डों पर उतर आये है।

 


विडियों समाचार