ईदगाह कमेटी करेगा अमीन निरीक्षण रोकने की मांग, वादी पुरातत्व का सर्वे कराने की, दो जनवरी का इंतजार

ईदगाह कमेटी करेगा अमीन निरीक्षण रोकने की मांग, वादी पुरातत्व का सर्वे कराने की, दो जनवरी का इंतजार

श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह मामला-वादी पक्षकार बनने और पुरातत्व विभाग से सर्वे कराने को देंगे प्रार्थना पत्र-ईदगाह कमेटी करेगी अमीन निरीक्षण रोकने की मांग। शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी बैठक कर हिंदू पक्ष से न्यायालय के बाहर वार्ता के लिए संभावना तलाशेगा।

मथुरा । श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह में अब वादी और प्रतिवादी दो जनवरी का इंतजार कर रहे हैं। शीतकालीन अवकाश के बाद दो जनवरी को न्यायालय खुलेंगे। शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन (तृतीय) सोनिका वर्मा के न्यायालय में विवादित स्थल का अमीन निरीक्षण रोकने की मांग करेगी, वहीं श्रीकृष्ण जन्मस्थान मामले में कई अन्य वादी पक्षकार बनने और पुरातत्व विभाग से सर्वे कराने की मांग करेंगे।

अमीन से निरीक्षण की मांगी है रिपोर्ट

श्रीकृष्ण जन्मस्थान मामले में दिल्ली निवासी विष्णु गुप्ता के वाद पर न्यायालय ने अमीन से निरीक्षण कर 20 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी है। विष्णु गुप्ता ने वाद दायर कर श्रीकृष्ण जन्मस्थान से शाही मस्जिद ईदगाह हटाने की मांग की है। इस पर निरीक्षण रिपोर्ट मांगी गई है। शीतकालीन अवकाश के बाद दो जनवरी को न्यायालय खुलेगा। तब वादी और प्रतिवादी अपने-अपने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रतिवादी पक्ष निरीक्षण के आदेश का विरोध करेगा।

सर्वे की कर चुके हैं मांग

हम पहले ही अपने वाद में पुरातत्व विभाग से सर्वे कराने की मांग कर चुके हैं। हम न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर खुद को पक्षकार बनाने और निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहने का आदेश देने की मांग करेंगे। साथ ही पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण कराने की मांग भी करेंगे। महेंद्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास व वादी

हम न्यायालय से खुद को निरीक्षण में शामिल कराने की मांग करेंगे। हमने पूर्व में भी सर्वे कराने की मांग की है। लेकिन अभी इस पर सुनवाई नहीं हो सकी है। हम न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर मांग करेंगे कि निरीक्षण के दौरान हमें भी शामिल किया जाए। दिनेश शर्मा, वादी व कोषाध्यक्ष अखिल भारत हिंदू महासभा

न्यायालय ने अमीन निरीक्षण का आदेश एकतरफा किया है। हमें किसी प्रकार की नोटिस नहीं दी गई है। हम इसे रोकने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल करेंगे। तनवीर अहमद, सचिव, शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी