मैं तो बीवी का नंबर भी भूल गया…जेल से छूटने के बाद अखिलेश से बात पर क्या बोले आजम खान

मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने मुकदमों के साथ-साथ अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से रिश्ते पर भी बात की। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि जहां तक मुकदमों का सवाल है उन मुकदमों में अगर कोई दम होता तो मैं आज बाहर नहीं दिखता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है। एक दिन मैं बेदाग हो जाऊंगा।
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को लगभग दो साल के बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आने के बाद से ही आजम खान लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। आजम की जमानत पर सपा से लेकर बीजेपी तक के नेताओं की तरफ से लगातार टिप्पणी सामने आ रही है। अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले आजम खान ने भी जेल से बाहर आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। आगे की राजनीति, मुकदमों से लेकर अखिलेश यादव संग बातचीत को लेकर आजम खान से मीडिया द्वारा सवाल किए गए। मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने मुकदमों के साथ-साथ अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से रिश्ते पर भी बात की। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि जहां तक मुकदमों का सवाल है उन मुकदमों में अगर कोई दम होता तो मैं आज बाहर नहीं दिखता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है। एक दिन मैं बेदाग हो जाऊंगा।
अखिलेश यादव का फोन आया या नहीं इस पर उन्होंने कहा कि पांच साल तक जेल में रहने से वह मोबाइल चलाना तक भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि अब मुझे सिर्फ अपनी पत्नी का नंबर याद है। आजम खान ने कहा मैं बड़ा आदमी नहीं बड़ा खादिम (सेवक) हूं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तो पहले अपना इलाज करवाऊंगा। वह बड़ी पार्टी के बड़े नेता हैं। मेरे जैसे छोटे आदमी के लिए बात करेंगे तो उनका बड़प्पन है।
कभी उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली मंत्री रहे आजम खां लगभग दो साल जेल में रहने के बाद दोपहर रिहा कर दिये गये। सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग का चश्मा व वेस्टकोट पहने खां एक निजी वाहन में सवार होकर जेल परिसर से बाहर निकले और रामपुर रवाना हो गए। खां देर शाम रामपुर स्थित अपने आवास पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाये। समर्थकों के हुजूम की वजह से खां बड़ी मशक्कत के बाद अपने घर के अंदर दाखिल हो सके।