गृह मंत्रालय ने CISF की दो नई बटालियन को दी मंजूरी, इतने हजार युवाओं को मिलेगी नौकरी
नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के लिए 2,000 से अधिक कर्मियों वाली दो नई बटालियनों को मंजूरी दी है। नई बटालियन के गठन के साथ ही बल के कर्मियों की संख्या लगभग 2 लाख तक पहुंच जाएगी। यह फैसला न केवल CISF की क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करेगा।
2,000 से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
सीआईएसएफ के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा, “गृह मंत्रालय (MHA) ने दो नई बटालियनों के निर्माण को मंजूरी देकर सीआईएसएफ के महत्वपूर्ण विस्तार को मंजूरी दे दी है।” उन्होंने कहा, “यह निर्णय, हाल ही में स्वीकृत महिला बटालियन के साथ मिलकर बल की क्षमता में वृद्धि करेगा, राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा और 2,000 से अधिक व्यक्तियों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।” प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार को मंजूरी मिल गई है।
पिछले साल महिला बटालियन को दी थी मंजूरी
पिछले साल के अंत में बल के लिए एक महिला बटालियन को मंजूरी दी गई थी। बल के पास वर्तमान में 12 रिजर्व बटालियन हैं, जिनमें से प्रत्येक में 1,025 कर्मी हैं। नई बटालियन आंतरिक सुरक्षा से संबंधित तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों का एक पूल बनाकर सीआईएसएफ की “बढ़ती” मांगों को पूरा करने में भी महत्वपूर्ण होंगी। देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा के अलावा, 1969 में गठित सीआईएसएफ परमाणु और एयरोस्पेस क्षेत्र में कई प्रतिष्ठानों और ताजमहल और लाल किले जैसे ऐतिहासिक स्मारकों को आतंकवाद-रोधी सुरक्षा प्रदान करता है।