गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में किया डीजीपी सम्मेलन का शुभारंभ, बोले-पुलिस और जांच एजेंसियों में बेहतर तालमेल जरूरी
- गृह मंत्री अमित शाह ने संयुक्त प्रारूप में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ किया। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय गोमतीनगर में होने वाले इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
लखनऊ । राज्यों की पुलिस व जांच एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल बेहद जरूरी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आपसी समन्वय बढ़ाने की नसीहत देने के साथ ही बीट प्रणाली को और सशक्त बनाने पर भी जोर दिया। कहा कि प्रभावी पुलिस व्यवस्था के लिए पुलिस थानों व बीट स्तर पर सुधार आवश्यक हैं। राजधानी के गोमतीनगर विस्तार स्थित पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार से आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक सम्मेलन का शाह ने शुभारंभ किया।
गृहमंत्री ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों व केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों के साथ तटीय सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, नारकोटिक्स, साइबर क्राइम तथा सीमा प्रबंधन जैसे सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श किया और इन विषयों पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। सम्मेलन में शनिवार व रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी भाग लेंगे। मोदी शनिवार सुबह करीब नौ बजे से शाम सात बजे तक पुलिस मुख्यालय में रहेंगे। तकरीबन दस घंटे वह आंतरिक सुरक्षा से जुड़े शीर्ष अफसरों के साथ सुरक्षा संबंधी तमाम मुद्दों पर मंथन करेंगे। लगभग एक घंटे के लिए राजभवन जाने के बाद प्रधानमंत्री रात आठ बजे फिर पुलिस मुख्यालय में आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रहे पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक के 56वें वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री दोपहर बाद करीब तीन बजे पहुंचे। पुलिस मुख्यालय में वह शाम करीब सात बजे तक रहे और अलग-अलग बैठकों में शामिल हुए। पहली बार संयुक्त प्रारूप में आयोजित हो रहे सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को शामिल कर अनेक कोर ग्रुप गठित किए गए। सम्मेलन में चर्चा किए जाने वाले समसामयिक सुरक्षा मुद्दों पर राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 200 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों से उनके विचार मांगे गए। 350 से अधिक वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न राज्यों में स्थित आइबी कार्यालयों से वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन का हिस्सा बने।
केंद्रीय गृह मंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे सम्मेलन में दिए गए सुझावों पर समयबद्ध ढंग से अमल करें। उन्होंने प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुसार वर्चुअल माध्यम से भी अधिकारियों को सम्मेलन से जोड़े जाने की सराहना की। कहा कि इससे निचले स्तर के अधिकारियों तक सूचनाओं का बेहतर प्रसार हो सकेगा। सम्मेलन के दौरान आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की गई। इनमें जेल सुधार, कट्टरवाद से मिल रही चुनौतियों व पुलिस प्रशिक्षण जैसे विषय पर जोर दिया गया
इस दौरान नैटग्रिड ने एक प्रस्तुतिकरण दिया, जिसका उद्देश्य चुनौतियों को उजागर करना व उनसे निपटने के लिए भावी दिशा-निर्देश तय करना था। वर्ष 2014 से यह सम्मेलन दिल्ली के बाहर देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृह मंत्री नियमित रूप से शामिल हो रहे हैं। साथ ही सम्मेलन के प्रारूप में महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं। प्रधानमंत्री 21 नवंबर को भी सम्मेलन में शामिल होंगे। रविवार को वह सुबह करीब 9:20 बजे डीजीपी मुख्यालय पहुंचेंगे और शाम चार बजे तक बैठकों में हिस्सा लेंगे। शाम तकरीबन 4:10 बजे प्रधानमंत्री डीजीपी मुख्यालय से अमौसी एयरपोर्ट जाएंगे और वहां से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
तीन सर्वश्रेष्ठ थानों को मिली ट्राफीः केंद्रीय गृह मंत्री ने देश के तीन सर्वश्रेष्ठ थानों को ट्राफी प्रदान कर सम्मानित भी किया। इन थानों में दिल्ली का सदर बाजार थाना, ओडिशा का गंगापुर थाना तथा हरियाणा का भटटू कलां थाना शामिल हैं।
आइबी अधिकारियों को किया सम्मानितः सम्मेलन का उदघाटन करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने आसूचना ब्यूरो (आइबी) के अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस मेडल प्रदान कर सम्मानित भी किया।
कोरोना काल में त्याग की सराहना कीः गृहमंत्री ने कोरोना काल में सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना भी की। कहा कि संक्रमण के काल में सुरक्षा बलों व पुलिस के जवानों ने जिस निष्ठा व त्याग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, वह प्रशंसनीय है।