हरियाणा से गाजीपुर बॉर्डर पहुंची ‘हाईटेक झोपड़ी’, देखिये- वीडियो और तस्वीरें

नई दिल्ली । तीनों कृषि बिलों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (सिंघु, टीकरी, शाहजहांपर और गाजीपुर) पर हजारों किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसान प्रदर्शनकारी अपनों आंदोलन को जिंदा रखने के साथ इसे सफल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस बीच शनिवार को हरियाणा रोहतक जिले से चलकर आई ‘झोपड़ी’ लोगों को खूब लुभा रही है। किसानों के साथ स्थानीय लोग भी इसे देखने के लिए उत्सुक हैं। ऑटो के ऊपर बनाई गई तकरीबन 10 फीट लंबी और 3 फीट चौड़ी झोपड़ी में अंदर जाने की भी व्यवस्था है। इस झोपड़ी को ऑटो चालक चलाकर आया है। यह पहली नजर में झांकी की तरह ही लग रही है।
सौर ऊर्चा से चलती हैं कई चीजें
हरियाणा के रोहतक जिले से लाई गई इस झुग्गी में कई तरह की खूबियां हैं। इसके अंदर रहने के पूरे इंतजाम हैं। इसमें जरूरत पड़ने पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं, जबकि चाहे तो सो भी सकते हैं। इसके अंदर पंखे की व्यवस्था है।
अंदर है हुक्का पीने की व्यवस्था
किसानों के लिए प्रिय हुक्का पीने का इंतजाम भी ऑटोनुमां झोपड़ी के अंदर किया गया है। रोहतक से बारी-बारी ऑटो चलाकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे नवीन, विकास, सोनू, जगबीर, सुंदर और अमन ने बताया कि यह ऑटो हमारे लिए घर की तरह है। इसमें रहकर हमें घर जैसा आराम मिलता है। इस ऑटो में रहकर हम आंधी, बारिश और तेज तीनों से बच सकते हैं। इसके अंदर लाइट का इंतजाम तो है ही साथ ही हुक्का भी रखा गया है।
ऑटो के अंदर लगा है एलईडी बल्ब
उजाला करने के लिए लालटेन नुमां एलईडी बल्ब भी लगा है। ऑटो नुमां झुग्गी में बैटरी, साउंड सिस्टम और एक साथ तीन मोबाइल फोन चार्ज करने का इंतजाम है। हुक्का भी रखा गया है।
इस ऑटो में 6 लोग आए हैं
- नवीन
- विकास
- सोनू
- जगबीर
- सुंदर
- अमन
35 लाख रुपये का ट्रैक्टर भी बना था आकर्षण का केंद्र
जनवरी महीने में टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंचा 35 लाख का ट्रैक्टर पर कई दिनों तक लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा था। यह ट्रैक्टर गुलिया खाप के प्रधान सुनील गुलिया लेकर आए थे। दरअसल, टिकरी बॉडर के धरनास्थल पर गुलिया खाप किसानों के समर्थन में पहुंची थीं। इस बीच जो चर्चा का विषय रहा वो था 35 लाख का ट्रैक्टर। गुलिया खाप के प्रधान सुनील गुलिया ने यह 35 लाख का ट्रैक्टर बनवाया है। ट्रैक्टर में आगे और पीछे चार-चार टायर हैं। ट्रैक्टर ड्राइवर के लिए पंखा भी लगवाया गया है। साथ ही ट्रैक्टर के पीछे लग्ज़री ट्रॉली लगवाई गई है और ट्रॉली में 8 लग्ज़री सीटें भी लगी हैं।
डटे रहें किसान, वापस होंगे कानून: राकेश टिकैत
उधर, तीन कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर बैठे प्रदर्शनकारी लगातार धरने को सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को भी भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं यूपी गेट धरने का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन के कई जिलों के जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि किसान बार्डर पर डटे रहें, कानून वापस होकर रहेंगे। धरनास्थल पर चली बैठक में अगली रणनीति पर विचार किया गया। हालांकि बैठक में क्या निर्णय लिया गया, इस संबंध में अभी किसी ने कुछ नहीं बताया है। करीब एक घंटे चली बैठक में कई जिलों के जिलाध्यक्ष मौजूद रहे। राकेश टिकैत ने कई दिन पहले ही इस बैठक का बुलावा भेज दिया था। करीब एक घंटे चली बैठक में धरने को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार धरने को समाप्त करने का पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन सभी यहां डटे रहें। सरकार को कानून वापस लेना ही होगा।
तेलंगाना के सांसद ने किया धरने का समर्थन
यूपी गेट स्थित धरनास्थल पर शुक्रवार को तेलंगाना के सांसद रेवंत रेड्डी पहुंचे। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात की और धरने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। जब तक यह धरना चलेगा वह पूरा सहयोग करेंगे।
धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष
यूपी गेट धरनास्थल पर शुक्रवार को बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण तिवारी पहुंचे और धरने का समर्थन किया। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।