उदयपुर की घटना के विरोध में हिंजामं कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, सौपा ज्ञापन
- सहारनपुर में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी।
सहारनपुर [24CN]। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान के उदयपुर में हिंदू युवक कन्हैयालाल तेल्ली की दिनदहाड़े आतंकवादियों द्वारा गला काटकर नृशंस किए जाने के विरोध में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को सम्बोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने तथा मामले की जांच सीबीआई या अन्य एजेंसी कराए जाने की मांग की।
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता प्रांत सम्पर्क प्रमुख ठा. सूर्यकांत सिंह के नेतृत्व में एकत्र होकर जिला मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने राजस्थान के उदयपुर में हिंदू युवक कन्हैयालाल तेल्ली की दिनदहाड़े हत्या करने के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए प्रांत सम्पर्क प्रमुख ठा. सूर्यकांत सिंह ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में हिंदू युवक कन्हैया लाल तेल्ली की दिनदहाड़े आतंकवादियों द्वारा गला काटकर हत्या किए जाने की घटना राज्य की कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती है। इसलिए हत्यारोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब से राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी है, तभी से लगातार हिंदुओं पर हमले की घटनाएं घटित हो रही हैं। इससे लगता है कि हिंदुओं पर हमला करने वाले एक समुदाय विशेष के लोगों को राजस्थान सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। इसलिए ऐसी सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
महानगर अध्यक्ष अनिल अरोड़ा ने कहा कि राजस्थान की इस घटना में हत्यारोपी खुलेआम धार्मिक नारे लगा रहे थे तथा देश के प्रधानमंत्री की हत्या की भी खुली चुनौती दे रहे थे जो गम्भीर मामला है। इन हत्यारों के पीछे कौन सी ताकतें हैं इनकी जांच होनी चाहिए। इस घटना की जांच सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी से कराने की मांग की। श्री अरोड़ा ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने का उद्देश्य हिंदू समाज को भयभीत करना है।
इस घटना से हिंदू समाज में भय व्याप्त हुआ है। इसलिए फतवा देने वाले और हिंदू समाज को धमकी देने वाले जेहादी मानसिकता के लोगों के खिलाफ देश में कड़ा कानून बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकार की घटनाओं को भविष्य में होने से नहीं रोका गया तो हिंदू समाज को भी अपनी रक्षा के लिए स्वयं सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
प्रदर्शनकारियों में अश्विनी शर्मा, धर्मपाल कश्यप, रजत गोयल, अपनेश चौहान, राधेश्याम पुंडीर, वीरसिंह चौहान, संजू पाल, प्रवेश धवन, प्रदीप ठाकुर, दीपक कश्यप, कुलदीप राणा, जगपाल सिंह, रूपेंद्र सिंह, राकेश कुमार, मांगेराम त्यागी, रामपाल सिंह आदि शामिल रहे।
