देहरादून से शामली जा रहे हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं को बिहारीगढ़ पुलिस ने मोहण्ड में रोका

देहरादून से शामली जा रहे हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं को बिहारीगढ़ पुलिस ने मोहण्ड में रोका
सहारनपुर में मोहंड सीमा पर पुलिस द्वारा रोके गए हिंदू संगठन के कार्यकर्ता।

हिन्दू संगठन के नाराज कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए
पुलिस के समझाने पर बार्डर पुलिस चौकी से वापस लौट गए

बिहारीगढ़। सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड के देहरादून से करीब दर्जन भर से अधिक गाडिय़ां लेकर 75-80 की संख्या में शामली के कैराना जा रहे हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन के निर्देश पर बिहारीगढ़ थाना पुलिस ने मोहण्ड बार्डर पुलिस चौकी के समीप रोक लिया। इस बात से नाराज होकर हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस का विरोध करते हुए जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिये और शामली जाने के लिए भरपूर कोशिश की, लेकिन पुलिस ने घंटों तक उन्हें समझाने के बाद वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को दोपहर करीब बारह बजे देहरादून से हिंदू रक्षा दल के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा के नेतृत्व में करीब अस्सी से अधिक कार्यकर्ता अलग-अलग गाडिय़ों में सवार होकर शामली स्थित कैराना जा रहें थे। इस मामले की जानकारी जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों तक पहुची तो उन्होंने बिहारीगढ़ थाना पुलिस को मोहण्ड पुलिस चैकी पर सभी लोगों को रोकने और किसी भी सूरत में आगे नहीं जाने देने के निर्देश दे दिए।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हिंदू रक्षा दल के सभी लोगों को मोहण्ड में ही रोक लिया। इस दौरान हिन्दू संगठन के लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए। पुलिस ने उन्हें समझाया कि हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं से वार्ता करने के लिए सीओ बेहट मोहण्ड पहुंच रहे हैं। उसके बाद ही इस समस्या का समाधान होगा।  मोहण्ड पुलिस चैकी पर रोकें जाने के इस मामले में हिंदू संगठन के नेताओं का कहना था कि वह शामली के कैराना में शांतिपूर्वक तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए जा रहे थे, लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें यहां बेवजह परेशान करने की नीयत से रोक रखा है।

इस सम्बन्ध में जानकारी करने पर सीओ बेहट मुनीष चन्द्र ने बताया कि देहरादून से शामली जाने के लिए हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं के पास किसी भी तरह की प्रशासनिक अनुमति नहीं थी यह बात उनके नेताओं को अच्छी तरह समझाते हुए संतुष्ट करने के बाद वापस देहरादून भेज दिया गया है।


विडियों समाचार