क्षेत्र मे भारी बारिश का कहर, हथनीकुंड से छोड़ा गया 2 लाख 13 हजार क्युसैक पानी
- नगर मे बिजली पानी की आपूर्ति ठप
- हथिनी कुंड बैराज से पानी छोडे जाने से यमुना बाढ का खतरा बढा
नकुड [इंद्रेश]। क्षेत्र मे भारी बारिश ने कहर मचा रखा है। भारी बारिश के चलते तहसील परिसर की पिछली आधे से अधिक दीवार धराशायी हो गयी। साथ ही दो विद्युत पोल भी टूट गये। हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोडे जाने से यमुना में बाढ का खतरा बढ गया है। सहसपुर जट के जंगल में यमुना का पानी भर गया है।
भारी बारिश ने तहसील परिसर की पिछली दीवार धराशायी कर दी। इस दीवार का एक हिस्सा रविवार को गिर गया था। जिसमे दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गये थे। तहसील प्रशासन अभी गिरे हिस्से की मरम्मत तक नही करा पाया था कि शेष दीवार सोमवार को दुपहर धराशायी हो गयी। रविवार को ही तहसील के पीछे की गली बंद कर दी गयी थी। जिसके चलते सोमवार को कोई बडा हादसा नही हुआ। हांलाकि आज फिर दिवार गिरने से बिजली का एक पोल टूट कर गिर गया। बार बार तहसील अधिकारियो को कहने के बाद भी जर्जर दिवार की मरम्मत न होने से दलितो मे रोष है।
हथिनि कुंड बैराज से छोडा गया 2 लाख 13 हजार क्युसैक पानी
उधर भारी मैदानी व पहाडो पर भारी बारिश के कारणा हथिनी कुंड बैराज में पानी का दबाव बढ गया है। सुबह 97 हजार क्युसैक पानी छोडे जाने के बाद दुुपहर 12 बजे एक बार फिर 1 लाख 97 हजार क्युसैक पानी बैराज से छोडा गया। बैराज मे पानी का दबाव बढने पर दो बजे 2 लाख 13 हजार 779 क्युसैक पानी छोडा गया। जिससे यमुना मे जल स्तर बढ गया है। यमुना के तटवर्ती गांवो ढिक्का कलां, ढिक्का टपरी, टबरा, मंधोर, टाबर , रेतगढ, नसरूल्लागढ, बाधी ,रानीपुर, सहसपुर जट आदि मे बाढ का खतरा बढ गया है। इतना ही नहीं इस पानी के दिल्ली मे जाने पर दिल्ली मे बाढ का कोहराम मच सकता है।
सहसपुर जट व नसरूल्लागए में यमुना का पानी खेतो मे घुसा
सहसपुर जट के खेतो मे तो यमुना का पानी फैल गया है। उधर नसरूल्लागढ में खेतो में पानी घुस गया है। जिससे फसले बर्बाद हो रही है। सुत्र बता रहे है कि बैराज मे लगातार पानी का दबाव बढ रहा है। इसलिये दबाव कम करने के लिये बैराज से यमुना मे पानी छोडा जाना जरूरी हो गया है। यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा। जिससे यमुना की बाढ रोद्र रूप धारण कर सकती है। बाधी में भी यमुना का पानी बाहर निकलने की आशंका से ग्रामीण डरे हुए है। भारी बारिश से डाल्लेवाल्ला गांव में एक घर की छत गिर गयी है। जिससे एक परिवार मलबे के नीचे दब गया। ग्रामीणो ने स्वंय दबे हुए परिवार को मलबे से निकाला।
तहसीलदार ने कहा
तहसीलदार राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अभी खतरा बडा नही है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है लेकिन लगातार बारिश की स्थिति से क्षेत्र के लोगो का सावधान रहना चाहिए।
निचले क्षेत्रो मे जल भराव से किसानो को भारी नुकसान
नगर का पानी अस्पताल रोड पर स्थित तालाब मे जा रहा है। तालाब लबाबलब भरने के बाद बरसात का पानी आस पास के सैकडो हेक्टेएअर खेतो मे भर गया है। जिससे उनमे खडी फसले बरबाद हो गयी है।