दिल दहला देने वाली घटना : शैतान साहिल मारता रहा, साक्षी मरती रही
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहबाद डेरी में 16 साल की नाबालिग हिंदू लड़की साक्षी की जिहादी साहिल ने बड़ी बेरहमी से आतंकवादियों की तरह चाकू घोंप-घोंप के लातों से घूसों से पत्थर से कुचल के जान ले ली।
वह चाकू के 5 से 7 वार झेलती रही। तब तक उसके शरीर में हरकत दिखी लेकिन कुछ ही सेकेंड में वह लाश बन चुकी थी। उस हैवान के सिर पर खून सवार था। वह दनादन चाकू घोंपता रहा। वीडियो आपको विचलित कर सकता है लेकिन देखिएगा जरूर। यह आज के ‘जिंदा कौम’ की असली तस्वीर है। व्लॉग और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली पीढ़ी किसी के दर्द को महसूस करना भूल चुकी है। वीडियो में दिखता है कि एक बार उस दरिंदे ने चाकू मारा तो लड़की का शरीर उछल गया। लड़की दम तोड़ चुकी थी। दिल्ली में रोहिणी के शाहबाद डेयरी इलाके में हमले का शिकार हुई उस बदनसीब नाबालिग लड़की का नाम साक्षी था। हत्यारे ने 20 बार चाकू से वार किए, उसके बाद भी उसका शैतानी दिमाग शांत नहीं हुआ। बाद में उसने पत्थर से भी कुचल दिया। मंजर ऐसा था कि ‘खौफ’ भी कांप जाए। 16 साल की साक्षी का सरेराह मर्डर हो जाता है और दिल्ली देखती रहती है। शर्मनाक। आरोपी का नाम साहिल है। पुलिस उसे ढूंढ लेगी पर वीडियो में दिख रहे इन 10 लोगों को कल रात नींद कैसे आई होगी? माफ करना साक्षी, हमारी इंसानियत मर चुकी है।
ये जिहाद नहीं तो और क्या है?
दिल्ली के शाहबाद में 16 वर्षीय नाबालिग हिंदू लड़की साक्षी की जिहादी साहिल ने बेरहमी से चाकू घोंप-घोंप कर व पत्थर से कुचल के जान ले ली।
कहा है.. राणा, आरफ़ा, ज़ुबैर सो काल्ड बुद्धिजीवी। इन जेहादियों को खाद-पानी, इन्हीं वैचारिक आतंकियों से मिल रही है। pic.twitter.com/2pv4eVJ29t— Digvijay Tyagi – जिला अध्यक्ष, विहिप – देववृन्द (@Digvijay_Tyagi) May 29, 2023
सनकी साहिल को किसी ने क्यों नहीं रोका
कल शाम साक्षी के साथ वहां मौजूद उन 10 लोगों की इंसानियत भी मर गई थी। जिस गली में यह सनकी साहिल चाकू मार रहा था, वहां करीब 5-6 लोग और 3-4 महिलाएं दिखाई दे रही होती हैं। लेकिन किसी ने उसे हमलावर को रोकने की जहमत नहीं उठाई। एक शख्स ने चाकूबाज को रोकने की कोशिश भी की लेकिन बाद में वह भी भाग गया। एक बार फिर से नाबालिग की हत्या का यह शर्मनाक वीडियो देख लीजिए। इस बार उन लोगों को देखिए जो पास से गुजर रहे होते हैं। ऐसे लोग मिलें तो इन्हें ‘मुर्दा’ कह दीजिएगा। लड़के को अगर दो लोग पकड़ लेते तो शायद साक्षी की जान बच जाती।