श्रीमद भागवत कथा सुनने से हमारा ही नहीं अपितु हमारे पित्रों का भी उद्धार हो जाता है: विनय तिवारी

श्रीमद भागवत कथा सुनने से हमारा ही नहीं अपितु हमारे पित्रों का भी उद्धार हो जाता है: विनय तिवारी
  • गीता जयंती के अवसर पर श्री मद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ। जिसमें महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने अपने सिर पर कलश रखकर नगर का भ्रमण करते हुए कलश यात्रा निकाली।  

देवबंद [24CN] : मोहल्ला जनकपुरी स्थित श्री गीता भवन में शुक्रवार को श्री गीता प्रचार समिति के तत्वावधान में निकाली गई कलश यात्रा का उद्घाटन आदेश शर्मा और उनकी पत्नी द्वारा किया गया।  भागवत शिरोधार्य का सौभाग्य प्रदीप सिंघल और उनकी पत्नी को प्राप्त हुआ। ठाकुर जी को शिरोधार्य राहुल अग्रवाल, ठाकुर जी को माल्र्यापण सुदेश शर्मा व देवेंद्र शर्मा ने किया। व्यास जी को माल्र्यापण सोमनाथ गुप्ता द्वारा किया गया। धर्म ध्वज की स्थापना बबली शर्मा ने की। इसके बाद श्रीमद् भागवत कथा आरंभ हुई। कथा व्यास पंडित विनय प्रकाश तिवारी ने कहा कि भागवत के साथ परिक्रमा करना ब्राह्मंड के सभी देवी देवताओं की परिक्रमा करने के समान है। यह अमरकथा है जिसकों सुनने से हमारा ही नहीं अपितु हमारे पित्रों का भी उद्धार हो जाता है।

उन्होंने कहा कि जब हमारे बड़ों के पुण्य हमारे सामने आते हैं तो हमे संतों का सानिध्य मिलता है। कथा में प्रथम दिन के यजमान रेखा धीमान व दिनेश धीमान रहे। प्रसाद वितरण मोहन माहेश्वरी व अतुल माहेश्वरी ने किया। इस मौके पर डा. आर्यवृत शर्मा, अजय बंसल, सुधीर गर्ग, पंकज अग्रवाल, अतुल शर्मा, अखिल शर्मा, रितेश बंसल, संजय मित्तल, मंजू शर्मा, डा. कांता त्यागी, बिमला, उमा, गीता, और सरिता सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।