इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में आज नहीं हुई आशीष मिश्रा मोनू की जमानत पर सुनवाई, अगली तारीख 25

इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में आज नहीं हुई आशीष मिश्रा मोनू की जमानत पर सुनवाई, अगली तारीख 25
  •  सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद होने के बाद आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत पाने के लिए एक बार फिर प्रयास प्रारंभ किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में उसके वकील ने जमानत अर्जी दाखिल की थी।

लखनऊ। लखीमपुर खीरी की हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद होने के बाद मुख्य आरोपित मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की तरफ से इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में दोबारा बेल एप्लीकेशन दी गई है। कोर्ट ने सोमवार को आशीष मिश्रा के साथ इस केस में आरोपित चार अन्य की जमानत याचिका को खारिज कर दिया, जबकि मोनू की याचिका पर आज सुनवाई ही नहीं की गई।

लखीमपुर खीरी के तिकुनियां हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले में मुख्य आरोपित केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू मुख्य आरोपित हैं। लम्बे समय तक जेल में बंद रहे मोनू को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने बीती फरवरी को जमानत दे दी थी। उस जमानत को सुप्रीम कोर्ट के रद करने के बाद आशीष मिश्रा ने दोबारा हाई कोर्ट में जमानत की अपील की है। सोमवार को लखनऊ खंडपीठ में मोनू की याचिका पर न्यायमूर्ति कृष्ण पहल ने सुनवाई स्थगित कर दी। अब इस याचिका पर 25 मई को सुनवाई होगी

सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद होने के बाद आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत पाने के लिए एक बार फिर प्रयास प्रारंभ किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में उसके वकील ने जमानत अर्जी दाखिल की थी। जिस पर आज हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होनी थी। न्यायमूर्ति कृष्ण पहल ने मोनू की याचिका पर आज होने वाली सुनवाई को स्थगित कर दिया। अब मोनू की याचिका पर अगली तारीख 25 मई को सुनवाई होगी।

इससे पहले सोमवार को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष मिश्रा के साथ रहे चार आरोपितों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। राज्य सरकार की तरफ से अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने अपनी टीम के साथ इन सभी की जमानत का विरोध किया। इसके बाद न्यायमूर्ति डीके सिंह ने अंकित दास, लवकुश, सुमित जायसवाल और शिशुपाल की जमानत याचिका खारिज कर दी।

बीते वर्ष तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसान तथा एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।