स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज प्रशासन अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाए – नोडल अधिकारी

- नोडल अधिकारी ने स्वास्थ्य, पंचायती राज तथा बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सजग रहने के दिए निर्देश
- जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए चलेंगी 02 गाडियां – डॉ0 रजनीश दुबे
सहारनपुर [24CN]। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, नगर विकास एवं जनपद के नोडल अधिकारी श्री रजनीश दूबे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को को कडे निर्देश दिए कि जनता के प्रति जिम्मेदारी समझे। उन्होंने कहा कि फर्जी आंकडेंबाजी से बाहर आकर कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं का स्वरूप धरातल पर दिखाई पडें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का सजगता से निर्वहन करते हुए क्षेत्रीय भ्रमण कर कार्य की अद्यतन स्थिति की जानकारी रखें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी समस्त प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं को धरातल पर उतारना सुनिश्चित उन्होने कहा कि जनपद में जितनी भी परियोजनाएं चल रहीं है उन सब का बार चार्ट बनाकर प्रस्तुत करें। उन्होने कहा कि कोई भी अधिकारी बिना जिलाधिकारी के अनुमति के मुख्यालय नहीं छोडेगा। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में ओ.पी.डी. की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सर्विलांस के कार्य में तेजी लाये। सभी को वैक्टर जनित रोगों के अर्न्तगत आने वाली बिमारियॉ जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, आदि से बचाव एवं रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मीडिया प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करें।
श्री रजनीश दूबे आज सर्किट हाउस सभागार में स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विकास विभागों के कार्यों की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होने कहा कि उच्च स्तरीय अधिकारियों की एक टीम गठित कर 50 लाख से ऊपर के जितने भी निर्माण कार्य है उनका प्रतिमाह शत-प्रतिशत निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि जिला अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज में ओपीडी की संख्या बढायी जाए साथ ही जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। उन्होने निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में चिकित्सकों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाए। जो चिकित्सक चिकित्सालय में उपस्थित न मिले उनके विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाए। उन्होने चिकित्सा विभाग की सर्विलांस कमजोर पाए जाने पर कडी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होने निर्देश दिए कि जनपद में एक जुलाई से अब तक कितने मरीज मलेरिया, डेंगू, टायफायड तथा सामान्य बुखार के आएं है इसकी एक रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करें। उन्होने जिला चिकित्सालय तथा मेडिकल कॉलेज में मरीजों की कम भर्ती पर कडी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जिस विभाग में लापरवाही पायी जाती है उसके विभागाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन 06 डायलिसिस किया जाए। उन्होने जनपद में स्थापित होने वाले ऑक्सीजन प्लांट को 02 हफ्तों के अंदर शत प्रतिशत पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जिला पंचायत की सडकों को समयबद्ध तथा गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करारे की जिम्मेदारी मुख्य विकास अधिकारी की होगी।
नोडल अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों का निरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित किया जाए। जिला स्तरीय अधिकारी अपने अधीनस्थों का भी निरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित करें तथा निरीक्षण की रिपोर्ट प्राप्त कर अपेक्षित कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि जिला स्तर पर एक पोर्टल बनाया जाए जिस पर सभी संबंधित अधिकारियों के निरीक्षण के कार्यक्रम तथा आख्या अपलोड की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों और मीडिया कर्मियों से निंरतर संवाद बनाये रखें। उन्होंने कहा कि जनपद में हस्तशिल्प की अपार संभावनाएं है। इसके लिए ऐसी कार्ययोजना बनाई जाएं कि आने वाले समय में सहारनपुर से 5 हजार करोड़ का निर्यात किया जा सकें।
अपर मुख्य सचिव नगर विकास विभाग ने कहा कि जिला अस्पताल से मरीजों को मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए 02 गाडियां तत्काल चलायी जाएंगी। उन्होंने निर्देश दिए कि पंचायती राज विभाग जनपद में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा कि जनपद में सेनेटाइजेशन, एन्टीलार्वा तथा ब्लीचिंग पाउडर के छिडकाव में तेजी लाएं। उन्होने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि हैण्डपम्पों के रिबोर की रैण्डम चैकिंग करायी जाए। उन्होने निर्देश दिए कि शत-प्रतिशत सफाई कर्मियों को कोविड वैक्सीनेशन की द्वितीय डोज लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि विवादित मामलों को छोडते हुए मतृक आश्रितों को नौकरी दिया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को अधिक से अधिक बढावा दिया जाए तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। उन्होने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि मीटर रीडिंग में गलतियों की शिकायतों को दूर करें तथा मीटर रीडिंग और लाईन लोस व्यवस्था को दुरूस्त करना सुनिश्चित करें।
उन्होने कहा कि किसान सम्मान निधि तथा पीएम स्वनिधि में सभी पात्रों को लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने अवैध खनन को रोकने तथा 30 सितम्बर से पूर्व वैध पट्टों से निकासी कराने के निर्देश दिए। उन्होने झटपट पोर्टल पर लम्बित मामलों को निर्धारित समय सीमा के भीतर निस्तारित कराने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी तथा नगर मजिस्ट्रेट की एक टीम बनाकर सडकों के नवीनीकरण की जांच करायी जाए। साथ ही नगर निगम, प्रदूषण, खाद्य सुरक्षा तथा मजिस्ट्रेट की एक टीम बनाकर अवैध कटान को रोका जाए।
उन्होने कहा कि मीडिया कर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों से निरन्तर संवाद बनाए रखें। जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करें। उन्होने कहा कि जनपद में 02 वृहद गौसंरक्षण बनाने के लिए 02-02 हेक्टेयर की भूमि चिन्हित की जाए साथ ही 11 छोटी गोशालाएं बनायी जाएं।
बैठक में जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र तथा संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।