डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन
- 827 घरों में 3573 लोगों को बचाव की दी जानकारी
सहारनपुर [24CN]। वैक्टर जनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की रोकथाम के लिये स्वास्थ्य विभाग की जनपदीय स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य टीमों द्वारा ब्लॉक देवबंद के ग्राम राजपुर, ब्लॉक सुनैहटी खडखडी के ग्राम खजूरी अकबरपुर, घोघरेकी, रंगैल, आभा, मॉल्ली ब्लॉक पुवांरका के ग्राम छाजपुरा ब्लॉक नागल के ग्राम अनंतमऊ तथा नगर क्षेत्र के मोहल्ला आवास विकास में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिविर 218 रोगियों का उपचार किया गया। 48 उपचारित रोगियों में ज्वर रोगी-17, रक्त पटिट्का-17 सम्मिलित थे। इस अवसर पर 827 घरों का सर्वेक्षण भी किया गया। लगभग 3573 व्यक्तियों को स्वास्थ्य शिक्षा के अन्तर्गत ‘क्या करें क्या न करें’ के बारे में स्वास्थ्य दी गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव मांगलिक ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 18 अगस्त से अब तक 1623 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। इन स्वास्थ्य शिविर 26969 रोगियों का उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य शिविरों में मलेरिया, डेंगू, टाईफाईड की जॉच की जा रही है। उन्होंन कहा कि जहॉ पर डेंगू रोगी पाया जाता है उसके घर के आसपास 50 घरों में पायरीथ्रम का स्प्रे किया जा रहा है। जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर आशा, आंगनबाड़ी एवं एएनएम के द्वारा संचारी रोग के नियंत्रण के लिए ग्राम वासियों को जागरूक किया गया हैं। स्वास्थ्य शिविरों में सभी प्रकार के रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। ग्रामवासियों व मोहल्ले वासियों को जानकारी दी जा रही है कि अगर बुखार होता है तो तत्काल अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपना उपचार कराये।
डॉ. संजीव मांगलिक ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि रोगों की जॉच जिला चिकित्सालय में मुफ्त की जा रही है। वैक्टर जनित रोगों के अन्र्तगत आने वाली बिमारियॉ जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, आदि से बचाव एवं रोकथाम के अन्तर्गत सभी को जानकारी दी जा रही है। घर के अन्दर, बाहर व छतों पर टूटे बर्तनों, टायर, गमले, बोतल, आदि में पानी जमा न होने दें। कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का ही प्रयोग करें। पानी के सभी बर्तन, टंकी इत्यादि को पूरी तरह ढक कर रखें। अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। पानी से भरे गढढों में मिटट्ी भर दे। बच्चों को पूरी आस्तीन कमीज व पेन्ट ही पहनाकर रखे। बुखार उतार के लिये पैरासिटामोल का इस्तेमाल करे। एस्प्रीन या आइब्रुफैन का इस्तेमाल न करे। अधिक बुखार मेें डाक्टर की सलाह ले। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आमजनों का आह्वान किया है कि वे झोलाछाप डाक्टर से बचे। सप्ताह में एक बार कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के पानी के बर्तनों, हौदी को सूखा कर ही पानी भरे, कार्य करने पर बल दिया।
ग्राम वासियोंह व मोहल्ले वासियों को कहॉ गया कि अगर किसी के यहॉ एडिज का लार्वा पाया गया तो उनके नोटिस दिया जायेगा तथा तीन दिन बाद दौबारा स्वास्थ्य टीम द्वारा क्षेत्र का भ्रमण किया जायेगा। यदि दोबारा उनके यहॉ डेंगू का लार्वा मिलता है तो भारतीय दण्ड सहिता की धारा 188 के तहत पॉंच हजार रूपये तक का जुर्माना वसूल कर जनपद स्तर पर नगर निगम, ब्लॉक स्तर पर नगर पालिका, नगर पंचायत द्वारा कर जिला कोशागार में जमा किया जाएगा।