खुशखबर: SBI के बाद एचडीएफसी ने दिया तोहफा, MCLR में की कटौती, सस्ता होगा लोन
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाद अब एचडीएफसी ने भी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में कटौती कर दी है। इससे ग्राहकों को फायदा होगा क्योंकि अब उन्हें सस्ते में लोन मिलेगा।
एमसीएलआर में हुई इतनी कटौती
एचडीएफसी ने एमसीएलआर में 15 बीपीएस तक की कटौती की है। बैंक की वेबसाइट के अनुसार, नई दरें सात दिसंबर 2019 से लागू हो गई हैं। कटौती के बाद छह महीने का एमसीएलआर अब आठ फीसदी हो गया है। इसमें 10 बीपीएस की कटौती की गई है। पहले यह दर 8.10 फीसदी थी। एक साल के एमसीएलआर में 15 बीपीएस की कटौती हुई है। नई दर 8.15 फीसदी है। पहले यह 8.30 फीसदी थी। साथ ही दो साल और तीन साल के एमसीएलआर में भी 15 बीपीएस की कटौती की गई है, जिसके बाद यह क्रमश: 8.25 और 8.35 फीसदी हो गई है।
ये हैं एमसीएलआर की दरें
अवधि | मौजूदा दर | नई दर |
24 घंटे | 7.95 फीसदी | 7.8 फीसदी |
एक महीना | आठ फीसदी | 7.85 फीसदी |
तीन महीने | 8.05 फीसदी | 7.9 फीसदी |
छह महीने | 8.1 फीसदी | आठ फीसदी |
एक साल | 8.3 फीसदी | 8.15 फीसदी |
दो साल | 8.4 फीसदी | 8.25 फीसदी |
तीन साल | 8.5 फीसदी | 8.35 फीसदी |
एचडीएफसी बेस रेट | 9.2 फीसदी | 8.85 फीसदी |
सोमवार को एसबीआई ने एमसीएलआर में 10 बीपीएस की कटौती की थी।
RBI ने नहीं किया था रेपो दर में बदलाव
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एलान कर बताया था कि उसने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया है। साथ ही केंद्रीय बैंक ने जीडीपी का अनुमान घटा दिया था। रेपो दर 5.15 फीसदी पर बरकरार है। बता दें कि केंद्रीय बैंक खुदरा महंगाई को ध्यान में रखते हुए प्रमुख नीतिगत दरों पर फैसला लेता है। इस साल रेपो दर में कुल 135 आधार अंकों की कटौती हुई है। नौ सालों में पहली बार रेपो रेट इतना कम है। मार्च, 2010 के बाद यह रेपो रेट का सबसे निचला स्तर है। रिवर्स रेपो रेट 4.90 फीसदी है बैंक रेट 5.40 फीसदी पर है।