नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कहा है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद सरकार अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही है और अब राज्यों को भी इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार के कार्यकाल में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी सबसे कम 30 फीसद हुआ न कि 80 फीसद। इसके साथ ही सरकार ने कई अन्य योजनाओं की शुरुआत की।’
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘हम अभी भी महामारी से उबर नहीं पाए हैं, अभी भी 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दिया जा रहा है और वैक्सीनेशन जारी है। यूक्रेन-रूस विवाद चल रहा है तेल की कीमतें 19.56 डालर प्रति बैरल से बढ़कर 130 डालर प्रति बैरल हो गईं हैं। पेट्रोल-डीजल पर केंद्र पहले 32 रुपये का एक्साइज शुल्क लेता था, जिसमें कटौती की गई है। केंद्र ने अपनी जिम्मेदारी ली है। राज्यों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा कि गैर-भाजपा शासित राज्य जितना VAT लगा रहे हैं, उसका आधा VAT भाजपा शासित राज्यों में लगाया गया है। पेट्रोल की कीमतों में भाजपा और गैर-भाजपा शासित राज्यों में 15-20 रुपये का अंतर है। इससे पहले गुरुवार को भी केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि विमान संचालन में 40 फीसद खर्च ईंधन का होता है। देश के जिन राज्यों में भाजपा सरकार नहीं है, वहां विमान ईंधन पर 25 फीसद से ज्यादा वैट वसूला जा रहा है जबकि भाजपा शासित राज्यों में यह एक फीसद ही है।