हापुड़ लाठीचार्ज मामला: अधिवक्ताओं के साथ खड़ी रहेगी दि बार एसोसिएशन, जांच को लेकर की ये मांग
दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी मुरादाबाद की कार्यकारिणी की बैठक में वकीलों का साथ देने की बात कही गई है। सदस्यों ने सर्वसम्मति से तय किया कि हापुड़ में घटित अप्रिय घटना को लेकर मुरादाबाद के अधिवक्ता उनके साथ खड़े होंगे। हापुड़ प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल स्वयं नेतृत्व कर रही है और उसी के दिशानिर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुरादाबाद। दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी मुरादाबाद की कार्यकारिणी की बैठक में हापुड़ के अधिवक्ताओं के साथ खड़े रहने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को को बार सभागार में कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आगामी रणनीति तैयार की गई।
सदस्यों ने सर्वसम्मति से तय किया कि हापुड़ में घटित अप्रिय घटना को लेकर मुरादाबाद के अधिवक्ता उनके साथ खड़े होंगे। वक्ताओं ने कहा कि हापुड़ प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल स्वयं नेतृत्व कर रही है इसलिए दि बार एसोसिएशन उनके दिशा निर्देशों का भी पालन करेगी।
शासन से की गई ये मांग
शासन से यह भी मांग की गई कि इस हापुड़ प्रकरण की जांच को गठित समिति में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल का एक सदस्य तथा एक न्यायिक अधिकारी भी शामिल किया जाए, जो जांच समिति शासन ने बनाई है उससे न्याय की कोई आशा नहीं है।
बैठक में ये लोग रहे शामिल
बैठक में देशराज शर्मा, सुरेश चंद्र गुप्ता, पारूल अग्रवाल, खलील अहमद, विनीत भटनागर, नासिर हुसैन, कबीर खालिद, कमल कौशल सिंह, अलका शर्मा, रमा पांडे, सीता सैनी, मनीष प्रताप सिंह, हरिशंकर आर्य आदि सदस्य उपस्थित रहे। अध्यक्षता बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुनील कुमार सक्सेना ने तथा संचालन महासचिव अभय कुमार सिंह ने किया।
क्या हुआ था हापुड़ में
बता दें महिला अधिवक्ता व उनके पिता के खिलाफ फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में मंगलवार को वकीलों ने सड़क पर जाम लगा दिया था। इस पर पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया था। पुरुष अधिवक्ता के साथ-साथ पुलिस ने महिला अधिवक्ता पर भी लाठीचार्ज किया था।
महिला अधिवक्ता से की गई थी छेड़छाड़
एसोसिएशन के अध्यक्ष ऐनुल हक व सचिव नरेंद्र शर्मा ने बताया था कि महिला अधिवक्ता के साथ बीच सड़क पर सिपाही ने अभद्रता की। महिला अधिवक्ता के साथ छेड़छाड़ की गई। इसके बाद भी पुलिस ने फर्जी ढंग से अधिवक्ता व उनके पिता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया। इतना ही नहीं शिकायत पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने अधिवक्ताओं के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अभद्रता की।