‘खुशी है कि राम मंदिर बन रहा है लेकिन…’, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने पर क्या बोले शरद पवार?

‘खुशी है कि राम मंदिर बन रहा है लेकिन…’, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने पर क्या बोले शरद पवार?

मुंबई । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं को इस कार्यक्रम के लिए न्योता भेजा गया है। बता दें कि पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य यजमान होंगे।

वहीं, पिछले इस कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शिरकत करने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

शरद पवार ने जानकारी दी कि उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किया जा रहा है और कहा कि उनके पास कुछ जगह भी है जहां उनकी आस्था है और वह वहां जाएंगे। उन्होंने बीजेपी पर राम मंदिर के नाम पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया।

शरद पवार ने राम मंदिर को लेकर भाजपा पर कसा तंज

शरद पवार ने कहा,””मुझे राम मंदिर के उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किया गया है, मेरे कुछ आस्था स्थल हैं, मैं वहां जाता हूं। किसी धार्मिक स्थल पर जाने का सवाल व्यक्तिगत है। मैं खुले तौर पर यह नहीं कह रहा हूं। मुझे नहीं पता कि राम मंदिर के नाम पर बीजेपी राजनीति कर रही है या व्यापार कर रही है।”

शरद पवार ने आगे कहा,”मुझे खुशी है कि राम मंदिर बन रहा है, जिसके लिए कई लोगों ने योगदान दिए।”

नृपेंद्र मिश्रा ने राष्ट्रपति से की मुलाकात

इस बीच, अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। बैठक में संभावित सांस्कृतिक पहल और अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण की प्रगति पर चर्चा हुई। बातचीत का उद्देश्य राष्ट्रपति को इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के विकास से अवगत कराना था।

इन कांग्रेस नेताओं को मिला आमंत्रण

अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया। हालांकि, इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के नेता  शिरकत करेंगे या नहीं, इसकी जानकारी पार्टी की ओर से नहीं दी गई है।

श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने समारोह के लिए सभी संप्रदायों के 4,000 संतों को भी आमंत्रित किया है। ट्रस्ट ने 22 जनवरी को दोपहर से 12.45 बजे के बीच गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति को विराजमान करने का फैसला किया है। वैदिक पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित उस दिन अभिषेक समारोह के मुख्य अनुष्ठान करने वाले हैं।