कमिश्नर के अनुसार, सर्वे के लिए पांच सदस्यों की टीम रविवार को पहुंची है। दस सदस्य सोमवार को पहुंचे। सर्वे सुबह सात बजे से शुरू होगा। एएसआइ की टीम के साथ ही मंदिर पक्ष की चार वादी महिलाएं, उनके साथ चार वकील और मुस्लिम पक्ष के साथ उनके वकील रहेंगे। ज्ञानवापी परिसर में कौन-कौन जाएगा, इसकी सूची तय की गई। यह पूछ जाने पर कि अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के वकीलों ने जिला जज के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और सोमवार को सुनवाई भी होनी है, कमिश्नर ने कहा कि शीर्ष अदालत जो भी फैसला देगी, उसका पालन किया जाएगा। सर्वे की कार्यवाही की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला अदालत के फैसले के बाद दो दिनों तक एएसआइ ने सर्वे को लेकर अपनी तैयारियां कीं और अब वे तैयारी के साथ यहां आ चुके हैं।

जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सील किए गए वुजूखाने के क्षेत्र को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया था। एएसआइ निदेशक को सर्वे की रिपोर्ट चार अगस्त को अदालत में पेश करने का आदेश भी दिया था। उसी दिन मामले में सुनवाई भी होगी। जिला जज ने अपने आदेश में कहा था कि एएसआइ वैज्ञानिक विधि से जांच, सर्वेक्षण और उत्खनन कर पता लगाए कि क्या ज्ञानवापी परिसर में मौजूद इमारत पहले से मौजूद हिंदू मंदिर के ढांचे पर बनी है। ज्ञानवापी परिसर में जो भी निर्माण व साक्ष्य हैं, उनकी जांच की जरूरत बताते हुए वहां खंभों, पश्चिमी दीवार, चबूतरा, तहखाना, गुंबद समेत सभी जगहों की जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) या अन्य वैज्ञानिक विधि से जांच, सर्वेक्षण या उत्खनन के जरिए साक्ष्य संकलन का आदेश दिया था। सर्वे के दौरान साक्ष्यों को किसी तरह का नुकसान न हो, इसका विशेष ध्यान रखने की बात भी कही थी।

बुलाया गया अतिरिक्त सुरक्षा बल

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सर्वे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद रहेगी। अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग भी की गई है, जिनकी तैनाती ज्ञानवापी परिसर और आसपास की जाएगी। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में चक्रमण करने का निर्देश दिया गया है। आस-पड़ोस के जिलों की फोर्स के साथ समन्वय किया गया है, जिससे भीड़ तय सीमा के भीतर ही वाराणसी में प्रवेश करे।

श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी

जिलाधिकारी का कहना है कि अदालत के आदेश का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सर्वे टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ आई है। उसे हर तरह का सहयोग प्रदान किया जाएगा। सावन का तीसरा सोमवार भी पड़ रहा है, इसलिए विश्वनाथ मंदिर में कांवरियों और श्रद्धालुओं की भीड़ भी अधिक होगी। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।

मस्जिद पक्ष ने की सर्वे रोकने की मांग

अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के संयुक्त सचिव सैयद मुहम्मद यासीन ने बताया कि बैठक में उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा। इसमें लिखा था कि मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। जिला जज के एएसआइ सर्वे के आदेश के खिलाफ अवमानना का प्रार्थना पत्र भी दाखिल किया गया है। सोमवार को इस पर सुनवाई होनी है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही कोई कार्यवाही की जाए। अधिकारियों ने कहा कि एएसआइ सर्वे के आदेश पर किसी ऊपरी अदालत का स्टे नहीं है। इसलिए जिला अदालत के आदेश का पालन करना होगा।