दुर्घटना के उपरान्त गोल्डन ऑवर का बडा महत्व – आर.टी.ओ.

- ओवरलोडिंग के अभियोग मेें 08 वाहन बन्द – ए.आर.टी.ओ.
सहारनपुर [24CN]। दुर्घटना के उपरान्त गोल्डन ऑवर मानव जीवन के लिए अत्यत ही महत्वपूर्ण है। अगर गोल्डन ऑवरमें दुर्घटना वाले व्यक्ति को सही उपचार मिल जाये तो उसके जीवन को बचया जा सकता है। सडक सुरक्षा सप्ताह के दौरान परिवहन विभाग द्वारा सडक सुरक्षा जागरूकता के लिये किये गये विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों पर प्रकाश डाला तथा कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों को यातायात नियमों की सीख दी। साथ ही गोल्डन आॅवर के महत्व को समझाया तथा गुड सेमेरेटियन के रूप में लोगों को प्रेरित होने के लिये जागरूक किया।
सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) श्री राधेश्याम ने आज यहां सम्भागीय परिवहन कार्यालय में सडक सुरक्षा सप्ताह समापन समारोह के आयोजन में उपस्थित सभी को यातायात नियमों के पालन के बारे में संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने समापन समारोह के अन्त मेें विचार गोष्ठी में उपस्थित सभी लोगांे को यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलायी गयी तथा यातायात व्यवस्था में अच्छा कार्य करने वाले ट्रैफिक वार्डन को हेलमेट देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सम्भगाीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) श्री देवमणी भारतीय द्वारा सडक दुर्घटनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला गया तथा दुर्घटना रोकने के उपायों पर चर्चा की गयी। उन्होने उपस्थित टैªफिक वार्डन के कार्यों को सराहा तथा उनसे अपील की कि यातायात नियमों की जागरूकता के प्रचार-प्रसार में वें लोग परिवहन मित्र के रूप में परिवहन विभाग का सहयोगी बने। साथ ही सडक दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद में भी अपनी भूमिका का निर्वहन करें।
सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) श्री आर0पी0 मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला के अतिरिक्त परिवहन विभाग द्वारा सडक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये ओवरलोडिंग करने वाले माल वाहन, बिना रिफ्लेक्टर तथा सडक किनारे अवैध रूप से पार्क किये गये वाहनों के विरूद्ध प्रवर्तन की कार्यवाही की गयी, जिसके तहत ओवरलोडिंग के अभियोग मेें 08 वाहनों को बन्द किया गया। इसी प्रकार बिना रिफ्लेक्टर के अभियोग में 09 वाहनों का चालान किया गया तथा अवैध रूप से सडक के किनारे खडे 06 वाहनों का प्रवर्तन दल द्वारा चालान की कार्यवाही की गयी।
कार्यशाला मंे यात्री/मालकर अधिकारी श्री खेमानन्द पाण्डेय, चीफ वार्डन, यातायात डा0 योगेन्द्र एवं उनके कर्मीगण तथा बडी संख्या में बस, ट्रक, ई-रिक्शा, आॅटो-टैक्सी, टैम्पों आदि यूनियन के पदाधिकारी शामिल रहें।