गोविंद तो भक्तो के साथ भक्तो को परेशान करने वालो का भी उद्वार करते है: दीदी

- कथा करती कथा वाचक दीदी रक्षा सरस्वती, तथा कथा का श्रवण करते श्रद्धालूगण
देवबंद [24CN]: श्री गीता भवन में चल रही नर नाराण सेवा के अन्र्तगत भागवत कथा के चौथे दिन दीदी रक्षा सरस्वती ने कथा का श्रवण करते हुऐ कहा कि जो भी भगवान के भक्त को परेशान करता है या भक्त का पांव पकड लेता है हमारे गोविंद तो भक्तो के साथ भक्तो को परेशान करने वालो का भी उद्वार करते है। भागवत कथा में दीदी ने बताया कि गोविंद जिस किसी भक्त का एक बार हाथ पकड लेते है भक्त लाख छुडाये लेकिन गांविद उसका साथ कभी नही छोडते। हमारी सभीको अपना तन मन धन प्रभु के चराणों में सौप देना चाहिए। कहा कि प्रथ्वी पर जब पाप बढता है और धर्म की हानि होती है तब तब प्रभु अपने भक्तो की रक्षा के लिए प्रथ्वी पर अवतार लेते है। बताया कि प्रभु के बहुत से अवतार माने गये है रावण का वध करने के लिए प्रभु ने मानव के रूप में श्रीराम का रूप लेकर राजा दशरथ के घर जन्म लिया। और वनो में जाकर रावण के साथ साथ उस पुरे कुल का उद्धार किया।
उसी प्रकार द्वापर युग में कंस के अत्याचारों से अपने भक्तो की रक्षा की। चौथे दिन के यजमान श्रीमति एंव श्री रेखा धीमान रहे। प्रसाद वितरण विमला देवी नैचलगढ द्वारा किया गया। इस दौरान संतोष देवी, डा0 आर्यव्रत शर्मा, रितेश बंसल, डा0 कान्ता त्यागी, संजय मित्तल, नीरज मित्तल, बीना गोयल, अखिल शर्मा, सोमनाथ गुप्ता, सरेज शर्मा, मंजू शर्मा, आदेश गर्ग आदि भारी संख्या में श्रद्धालूगण मौजूद रहे।