मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने प्रदान की उपाधियां

मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने प्रदान की उपाधियां
  • सहारनपुर में जनमंच सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करतीं हुई एवं उपाधियां हासिल करने वाले विद्यार्थियों के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल।

सहारनपुर। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने आज मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में संकाय में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले छह विद्यार्थियों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 80 विद्य़ार्थियों को कुलपति स्वर्ण पदक, चार विद्यार्थियों को प्रायोजित स्वर्ण पदक, विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समाोह में कुल 25456 को उपाधियां प्रदान की गई तथा उपाधियों को हस्ताक्षर कर डिजीलॉकर पोर्टल पर ऑन लाईन किया गया।

राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को भविष्य में इसी प्रकार सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज यहां गांधी पार्क स्थित जनमंच सभागार में मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि गांवों में जाकर बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करें। इस संदर्भ में गुजरात की शिक्षामंत्री बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के प्रयासों से किए गए नवाचारों का उल्लेख भी किया।

उन्होंने स्कूली बच्चों के नामांकन बढ़ाने के लिए प्रवेश उत्सव कार्यक्रम करने के लिए प्रेरित भी किया। राज्यपाल ने बताया कि बच्चों को शिक्षा देने तथा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देते हुए भिक्षावृत्ति से मुक्त के प्रयास के तहत 80 बच्चों को राजभवन से शिक्षा दिलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अध्यापक केवल पढ़ाने तक सीमित न होते हुए देश को विकसित बनाने में भी सहभागिता निभाएं। उन्होंने नारी सशक्त परिवार की सार्थकता पर बल देते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रों में अभी भी प्रयास किए जाने शेष हैं। महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हो, इसके लिए स्वास्थ्य की जांच किया जाना आवश्यक है। राज्यपाल ने बेटियों को एचपीवी वैक्सीन लगाने की सलाह दी ताकि वे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बच सकें।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्य़ालय सेवा पखवाड़ा मनाए जाने के तहत दिए गए निर्देशों का पालन करें और एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के आयात को कम करने के तहत ऐथेनॉल का उत्पादन किया जा रहा है और प्रधानमंत्री ने भी अपने असम दौरे पर इसका जिक्र करते हुए कहा था कि इस नवाचार के कार्य को करने के लिए इच्छाशक्ति से प्रेरणा लेनी चाहिए। राज्यपाल ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षा समग्रता में होनी चाहिए और बच्चों को शुरूआत से ही शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने समर्थ पोर्टल की विशेषताएं बताते हुए कहा कि इस पोर्टल पर प्रवेश सहित अन्य जानकारियां उपलब्ध हैं।

इस दौरान राज्यपाल ने 500 आंगनवाड़ी किट का वितरण किया जिसमें सांकेतिक रूप से 10 किट मौके पर ही वितरित की गई और 250 किट मुजफ्फरनगर, 250 किट सहारनपुर आंकनवाड़ी केंद्रों को भेजी गई। इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को राजभवन से प्राप्त पुस्तकें प्रदान की गई। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए विद्यालयों में अध्ययनरत विभिन्न कक्षाओं वर्गों के आयोजित प्रतिभागियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले तीन बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए। भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि सभी मिलकर विश्वविद्यालयों को केवल शिक्षा केंद्र न मानें बल्कि उन्हें आधुनिक भारत का तपोवन बनाएं।

जिलाधिकारी सहारनपुर मनीष बंसल व मुख्य विकास अधिकारी सुमित राजेश महाजन, मुजफ्फरनगर के एक शिक्षक को राजभवन की पुस्तकें भेंट की गई। इस अवसर पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री जसवंत सैनी, मेयर डा. अजय सिंह, विधायक राजीव गुम्बर, चै. कीरत सिंह, देवेंद्र सिंह, जिलाधिकारी मनीष बंसल, एसएसपी आशीष तिवारी, नगरायुक्त शिपू गिरि, सीडीओ सुमित राजेश महाजन, सीडीओ मुजफ्फरनगर के.के.के. देशभूषण, पूर्व कुलपति प्रो. एच. एस. सिंह,  कुलसचिव कमल कृष्णा, प्रो. धर्मेंद्र कुमार, सहायक प्रोफेसर विनीता दुबे आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के उपरांत सर्किट हाऊस पहुंची राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सेवा पखवाड़े के तहत पौधारोपण भी किया।

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